प्रवर्तन निदेशालय का समन आया है? अब क्यूआर कोड से वेरिफाइ कर पाएंगे, एजेंसी ने कहा- ‘डिजिटल अरेस्ट’ जैसी कोई चीज नहीं
Got a summons from the Enforcement Directorate? Now you can verify it with a QR code, the agency said there's no such thing as a "digital arrest."
प्रवर्तन निदेशालय ने नकली समन और डिजिटल गिरफ्तारी के बढ़ते मामलों पर सख्त कदम उठाते हुए समन जारी करने की पूरी प्रक्रिया को डिजिटल और पारदर्शी बना दिया है. हाल ही में ईडी के नाम पर कुछ ठगों द्वारा फर्जी समन भेजकर लोगों से जबरन वसूली और धोखाधड़ी के कई मामले सामने आए थे. कई बार ये समन असली की तरह दिखते थे, जिससे आम लोग असली और नकली में फर्क नहीं कर पाते थे. अब इस खतरे को रोकने के लिए ईडी ने एक नई हाई-सिक्योरिटी डिजिटल सिस्टम शुरू किया है. इस व्यवस्था के तहत हर समन पर अब एकक्यूआर कोड और एक यूनिक पासकोड होगा. इन दोनों की मदद से कोई भी व्यक्ति ईडी की वेबसाइट या मोबाइल के जरिए समन की सच्चाई जांच सकेगा.
नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय ने नकली समन और डिजिटल गिरफ्तारी के बढ़ते मामलों पर सख्त कदम उठाते हुए समन जारी करने की पूरी प्रक्रिया को डिजिटल और पारदर्शी बना दिया है. हाल ही में ईडी के नाम पर कुछ ठगों द्वारा फर्जी समन भेजकर लोगों से जबरन वसूली और धोखाधड़ी के कई मामले सामने आए थे. कई बार ये समन असली की तरह दिखते थे, जिससे आम लोग असली और नकली में फर्क नहीं कर पाते थे. अब इस खतरे को रोकने के लिए ईडी ने एक नई हाई-सिक्योरिटी डिजिटल सिस्टम शुरू किया है. इस व्यवस्था के तहत हर समन पर अब एकक्यूआर कोड और एक यूनिक पासकोड होगा. इन दोनों की मदद से कोई भी व्यक्ति ईडी की वेबसाइट या मोबाइल के जरिए समन की सच्चाई जांच सकेगा.
अब नकली समन नहीं चलेंगे
ईडी के मुताबिक, अधिकारी अब ज्यादातर मामलों में सिर्फ इसी डिजिटल सिस्टम से समन जारी करेंगे. अगर किसी वजह से सिस्टम से बाहर समन जारी होता है, तो उसकी वैधता की जांच के लिए एक विशेष संपर्क बिंदु तय किया गया है. हर समन पर अब अधिकारी का नाम, हस्ताक्षर, मुहर, ईमेल आईडी और आधिकारिक फोन नंबर दिया जाएगा ताकि प्राप्तकर्ता सीधे संपर्क कर सके. ध्यान देने वाली बात ये है कि समन जारी होने के 24 घंटे बाद ही उसका वेरिफिकेशन एक्टिव होगा, ताकि सिस्टम डेटा अपडेट हो सके.
‘डिजिटल गिरफ्तारी’ पूरी तरह फर्जी
ईडी ने साफ चेतावनी दी है कि उसके कानून – धन शोधन निवारण अधिनियम – के तहत कोई डिजिटल या ऑनलाइन गिरफ्तारी नहीं होती. गिरफ्तारी सिर्फ फिजिकल रूप से, कानूनी प्रक्रिया के तहत ही की जाती है. हाल में कुछ लोगों ने फोन पर या ईमेल के जरिए ‘डिजिटल अरेस्ट’ के फर्जी नोटिस दिखाकर पैसे ऐंठने की कोशिश की थी. ईडी ने कहा कि ये सब साइबर फ्रॉड हैं और जनता को किसी भी ऐसे कॉल या ईमेल पर यकीन नहीं करना चाहिए.
जनता को सतर्क रहने की अपील
ईडी ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे ऐसे फर्जी समन या गिरफ्तारी संदेश मिलने पर घबराएं नहीं, बल्कि तुरंत स्थानीय पुलिस या ईडी ऑफिस से संपर्क करें. एजेंसी ने कहा कि वह लोगों की सुरक्षा और जागरूकता बढ़ाने के लिए एक सार्वजनिक सूचना अभियान भी शुरू करेगी. ईडी ने स्पष्ट किया कि उसका उद्देश्य जांच प्रक्रिया को ज्यादा पारदर्शी, डिजिटल और सुरक्षित बनाना है ताकि कोई भी ठग अब ‘ईडी के नाम पर डराने’ की हिम्मत न कर सके.

