मुंबई : आवारा कुत्ते ने अचानक हमला कर दिया और उसके कंधे पर काट लिया; स्कूल सिक्योरिटी गार्ड घायल
Mumbai: School security guard injured after stray dog suddenly attacks and bites him on the shoulder
गोरेगांव वेस्ट में गुरुवार सुबह एक स्कूल सिक्योरिटी गार्ड घायल हो गया, जब एक आवारा कुत्ते ने अचानक हमला कर दिया और उसके कंधे पर काट लिया। यह घटना 11 दिसंबर को सुबह करीब 9.40 बजे सिद्धार्थ नगर के आदर्श विद्यालय में हुई, जो सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गई। यह नाटकीय फुटेज तब से वायरल हो गई है, जिससे शहरी इलाकों में आवारा कुत्तों के बढ़ते गुस्से को लेकर काफी चिंता बढ़ गई है।
मुंबई : गोरेगांव वेस्ट में गुरुवार सुबह एक स्कूल सिक्योरिटी गार्ड घायल हो गया, जब एक आवारा कुत्ते ने अचानक हमला कर दिया और उसके कंधे पर काट लिया। यह घटना 11 दिसंबर को सुबह करीब 9.40 बजे सिद्धार्थ नगर के आदर्श विद्यालय में हुई, जो सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गई। यह नाटकीय फुटेज तब से वायरल हो गई है, जिससे शहरी इलाकों में आवारा कुत्तों के बढ़ते गुस्से को लेकर काफी चिंता बढ़ गई है। वीडियो में गार्ड यूनिफॉर्म में स्कूल गेट से अंदर जाता हुआ दिख रहा है, जबकि एक आवारा कुत्ता एंट्रेंस के पास बैठा है और दूसरा सामने से उसके पास आ रहा है। जैसे ही गार्ड गेट की ओर लौटता है, कुत्ता अचानक घूमकर उस पर झपटता है और अपने जबड़ों से उसके बाएं कंधे को पकड़ लेता है। गार्ड कुछ देर तक संघर्ष करता है, फिर अपने खाली हाथ से कुत्ते को छुड़ा लेता है। फिर जब दूसरा गार्ड एक लंबी छड़ी लेकर दौड़ता है तो जानवर भाग जाता है।
हालांकि, खतरा यहीं खत्म नहीं हुआ। जैसे ही दोनों आदमी यह समझने की कोशिश करते हैं कि क्या हुआ, वही कुत्ता एक बार फिर उन पर हमला कर देता है। अपने बचाव में, डंडा पकड़े गार्ड कुत्ते के सिर पर वार करता है, जिससे वह पीछे हट जाता है और दोबारा काटने से बच जाता है। इस घटना ने मुंबई में आवारा कुत्तों की आबादी के मैनेजमेंट को लेकर चल रही बहस को और तेज़ कर दिया है, जहाँ कुत्तों के काटने के मामले लगातार बढ़ रहे हैं।
इस बढ़ती चिंता के बीच, जानवरों से प्यार करने वाले और वेलफेयर एक्टिविस्ट 14 दिसंबर को पूरे शहर में एक बड़ी रैली की तैयारी कर रहे हैं। घाटकोपर (ईस्ट) के विक्रांत सर्कल पर होने वाली इस रैली को प्योर एनिमल लवर्स वेलफेयर फाउंडेशन ऑर्गनाइज़ कर रहा है। इस विरोध का मकसद सुप्रीम कोर्ट के हालिया आदेश और एनिमल वेलफेयर बोर्ड ऑफ़ इंडिया द्वारा जारी स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर का विरोध करना है, जिसमें आवारा कुत्तों को पब्लिक जगहों से शेल्टर होम में भेजने की बात कही गई है।
एक्टिविस्ट का तर्क है कि ऐसे तरीकों से कम्युनिटी के कुत्तों को बड़े पैमाने पर दूसरी जगह भेजा जा सकता है, जिससे उनके रहने की हालत और खराब हो सकती है और उनके साथ क्रूरता बढ़ सकती है। उन्हें डर है कि अधिकारी और प्राइवेट एजेंसियां इन निर्देशों का गलत इस्तेमाल करके कुत्तों को बिना सोचे-समझे हटा सकती हैं, जिससे बने-बनाए झुंड टूट सकते हैं और लंबे समय से चले आ रहे इंसान-जानवर साथ रहने के तरीकों में रुकावट आ सकती है। इस विरोध प्रदर्शन का मकसद कम्युनिटी के कुत्तों के अधिकारों की रक्षा करना है, और इस बात पर ज़ोर देना है कि खास हालात को छोड़कर, उन्हें दूसरी जगह शिफ्ट करने से बचना चाहिए और इंसानी, साइंटिफिक आबादी का मैनेजमेंट ही इसका एकमात्र टिकाऊ हल है।

