वसई-विरार नगर निगम के पूर्व आयुक्त अनिल पवार के ठिकानों पर 18 घंटे तक छपेमारी; सरकारी जमीन पर अवैध बिल्डिंग्स बनवाने का आरोप
18 hours of raids at the premises of former Vasai-Virar Municipal Corporation commissioner Anil Pawar; accused of building illegal buildings on government land
महाराष्ट्र में निकाय चुनाव से पहले ईडी पूरी तरह एक्टिव मोड में है. ईडी की टीम ने मंगलवार को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में वसई-विरार नगर निगम के पूर्व आयुक्त अनिल कुमार पवार के कई ठिकानों पर करीब 18 घंटे तक छपेमारी की. इनमें उनका सरकारी आवास, नासिक और पुणे में उनसे जुड़े कुल 12 अन्य ठिकाने शामिल हैं. अनिल पवार पर सकारी नियमों को किनारे कर सरकारी जमीन पर अवैध बिल्डिंग्स बनवाने का आरोप है.
मुंबई: महाराष्ट्र में निकाय चुनाव से पहले ईडी पूरी तरह एक्टिव मोड में है. ईडी की टीम ने मंगलवार को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में वसई-विरार नगर निगम के पूर्व आयुक्त अनिल कुमार पवार के कई ठिकानों पर करीब 18 घंटे तक छपेमारी की. इनमें उनका सरकारी आवास, नासिक और पुणे में उनसे जुड़े कुल 12 अन्य ठिकाने शामिल हैं. अनिल पवार पर सकारी नियमों को किनारे कर सरकारी जमीन पर अवैध बिल्डिंग्स बनवाने का आरोप है.
ईडी को 1 घंटे कराया दरवाजे पर इंतजार
ईडी ने दावा किया कि जब उनकी टीम अनिल पवार के वसई पश्चिम में सरकारी आवास पर छापेमारी के लिए पहुंची तो उन्होंने दरवाजा ही नहीं खोला. करीब एक घंटे तक ईडी अधिकारियों को उन्होंने दरवाजे पर ही रोके रखा. आखिरकार, ईडी के अधिकारियों को दरवाज़ा तोड़कर उनके बंगले के भीतर घुसना पड़ा. ईडी सूत्रों का दावा है कि अनिल पवार से जुड़ी बेहिसाब संपत्ति से संबंधित महत्वपूर्ण दस्तावेज उस समय नष्ट कर दिए गए जब अधिकारी दरवाजे के बाहर इंतजार कर रहे थे.
नगर निगम के पूर्व आयुक्त के ठिकानों पर 18 घटे चली रेड
हालांकि ईडी के अधिकारी छापेमारी के बाद बुधवार रात 1:30 बजे के बाद उनके घर से चले गए. अनिल कुमार पवार को हिरासत में नहीं लिया गया है. बता दें कि ही वसई-विरार नगर आयुक्त का कार्यभार मनोज कुमार सूर्यवंशी को सौंपा गया था. इसके कुछ ही घंटों बाद ईडी ने ये कार्रवाई की.
ईडी ने पहले भी की थी छापेमारी
ईडी को वसई-विरार क्षेत्र में अवैध निर्माण को लेकर बड़े स्तर पर घोटाले का शक है. इसी मामले को लेकर ईडी पहले भी 13 ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है. इस दौरान करीब 9 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई थी. ईडी ने पहले वसई-विरार क्षेत्र के एक बिल्डर, आर्किटेक्ट और नगर निगम के अधिकारी के ठिकानों पर भी रेड मारी थी.

