दापोली विधानसभा के पूर्व विधायक संजय कदम के दल-बदल की अटकलें तेज
Speculations of former Dapoli MLA Sanjay Kadam changing party lines are rife

महाराष्ट्र में आगामी निकाय चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे की शिवसेना को लगातार झटके लग रहे हैं। एक के बाद एक नेता और पदाधिकारी साथ छोड़कर उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना में शामिल हो रहे हैं। कुछ दिनों पहले ही उद्धव गुट के पूर्व विधायक राजन सालवी ने पार्टी छोड़कर शिंदे सेना में एंट्री की थी।
मुंबई: महाराष्ट्र में आगामी निकाय चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे की शिवसेना को लगातार झटके लग रहे हैं। एक के बाद एक नेता और पदाधिकारी साथ छोड़कर उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना में शामिल हो रहे हैं। कुछ दिनों पहले ही उद्धव गुट के पूर्व विधायक राजन सालवी ने पार्टी छोड़कर शिंदे सेना में एंट्री की थी। अब खबर आ रही है कि कोंकण क्षेत्र के दापोली विधानसभा के पूर्व विधायक संजय कदम भी शिवसेना (शिंदे गुट) का दामन थामने वाले हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, संजय कदम की मुंबई में शिवसेना (शिंदे गुट) के वरिष्ठ नेता रामदास कदम से मुलाकात हुई। यह बैठक बेहद अहम मानी जा रही है. इस बैठक के बाद संजय कदम के दल-बदल की अटकलें तेज हो गयीं है। अगर यह सच साबित हुआ तो एक बार फिर से कोंकण में उद्धव ठाकरे को तगड़ा झटका लगेगा।
सूत्रों का कहना है कि शिवसेना प्रमुख व उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की उपस्थिति में संजय कदम जल्द ही औपचारिक रूप से शिवसेना शिंदे गुट में शामिल होंगे. मुंबई में इसकी तैयारियां चल रहीं हैं। इससे पहले रामदास कदम के पालखी बंगले पर संजय कदम पहुंचे, जहां दोनों नेताओं के बीच चर्चा हुई और दोनों ने साथ खाना खाया।
संजय कदम को मिली थी हार
शिवसेना नेता संजय कदम पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में दापोली से शिवसेना (ठाकरे गुट) के उम्मीदवार थे, लेकिन उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा था। जबकि इस सीट से शिवसेना (शिंदे गुट) के प्रत्याशी योगेश कदम ने शानदार जीत दर्ज की।
कोकण में बढ़ी शिंदे गुट की ताकत
कोंकण क्षेत्र अब राजन सालवी के बाद संजय कदम का शिंदे गुट में जाना, उद्धव ठाकरे गुट के लिए एक और बड़ा झटका होगा। पहले राजन सालवी और अब संजय कदम के पार्टी छोड़ने से शिवसेना ठाकरे गुट की पकड़ कोकण में कमजोर होती दिख रही है। अब हालत ऐसे हो गए हैं कि कोकण में भास्कर जाधव को छोड़कर उद्धव ठाकरे गुट के पास कोई बड़ा चेहरा नहीं बचा है। दूसरी ओर दिग्गज नेताओं के साथ आने से शिंदे की शिवसेना क्षेत्र में लगातार मजबूत हो रही है।
बता दें कि जब बालासाहेब ठाकरे ने शिवसेना की स्थापना की, तो मुंबई सहित कोंकण क्षेत्र पार्टी के प्रभावशाली क्षेत्रों में से एक था और धीरे-धीरे यह शिवसेना का सबसे मजबूत गढ़ बन गया।
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