महाराष्ट्र : फडणवीस द्वारा दिया गया बयान अब विपक्ष के लिए हथियार बन गया; विपक्ष का मुख्यमंत्री को घेरने का प्रयास

Maharashtra: The statement given by Fadnavis has now become a weapon for the opposition; Opposition's attempt to corner the Chief Minister

महाराष्ट्र : फडणवीस द्वारा दिया गया बयान अब विपक्ष के लिए हथियार बन गया; विपक्ष का मुख्यमंत्री को घेरने का प्रयास

ओएसडी व निजी सचिवों की नियुक्ति को लेकर महायुति सरकार में नया घमासान देखने को मिल रहा है। ओएसडी एवं निजी सचिवों की नियुक्ति में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के हस्तक्षेप पर सहयोगी दलों के मंत्रियों में भारी नाराजगी है। लेकिन साफ-सुथरे प्रशासन देने के नाम पर मुख्यमंत्री फडणवीस अपने निर्णय पर अडिग हैं। लेकिन इस संबंध में फडणवीस द्वारा दिया गया बयान अब विपक्ष के लिए हथियार बन गया है। दागी ओएसडी और उनके नाम का प्रस्ताव भेजनेवाले मंत्रियों का नाम बताने की मांग करके विपक्ष मुख्यमंत्री को घेरने का प्रयास करता नजर आया। 

मुंबई: ओएसडी व निजी सचिवों की नियुक्ति को लेकर महायुति सरकार में नया घमासान देखने को मिल रहा है। ओएसडी एवं निजी सचिवों की नियुक्ति में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के हस्तक्षेप पर सहयोगी दलों के मंत्रियों में भारी नाराजगी है। लेकिन साफ-सुथरे प्रशासन देने के नाम पर मुख्यमंत्री फडणवीस अपने निर्णय पर अडिग हैं। लेकिन इस संबंध में फडणवीस द्वारा दिया गया बयान अब विपक्ष के लिए हथियार बन गया है। दागी ओएसडी और उनके नाम का प्रस्ताव भेजनेवाले मंत्रियों का नाम बताने की मांग करके विपक्ष मुख्यमंत्री को घेरने का प्रयास करता नजर आया। 

ओएसडी एवं निजी सचिवों की नियुक्ति में मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के कारण महायुति सरकार के दूसरे कई मंत्री खासकर शिवसेना एवं राकां के मंत्रियों में खासी नाराजगी देखने को मिल रही है। सोमवार को अजीत पवार की राकां के नेता एवं महायुति सरकार के कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे ने सार्वजनिक रूप से कहा था कि सरकार में हमारे पास कोई अधिकार नहीं हैं। हमारे ओएसडी और निजी सचिव की नियुक्ति भी मुख्यमंत्री करते हैं। 

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क्या कुछ बोले सीएम फडणवीस
इस पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा था कि यह मेरा अधिकार है। चाहे कोई रहे या नाराज होकर चला जाए लेकिन दागी ओएसडी, पीएस की नियुक्ति नहीं की जाएगी। उन्होंने ये बी खुलासा किया ता अब तक लगभग 125 नामों का प्रस्ताव उनके पास आया था। जिसमें से 109 नामों को उन्होंने मंजूरी दे दी थी। लेकिन बाकी नाम खारिज कर दिए। क्योंकि उन पर किसी न किसी प्रकार का आरोप है तथा उनके खिलाफ किसी न किसी तरह की जांच भी चल रही है। 

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कांग्रेस ने बोला हमला
कांग्रेस के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने खुलासा किया है कि मंत्रियों की ओएसडी और पीएस की नियुक्ति के लिए 125 नामों का प्रस्ताव उनके पास आया था, जिसमें से 109 नामों को उन्होंने मंजूरी दे दी। शेष नाम दागी एवं फिक्सरों के होने की वजह से उन्होंने रिजेक्ट कर दिए। सपकाल ने कहा कि मुख्यमंत्री को उन दागी ओएसडी व पीएस और उनके नाम का प्रस्ताव भेजनेवाले मंत्रियों के नाम का खुलासा भी करना चाहिए। सपकाल ने मांग करते हुए कहा कि सिर्फ अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं चलेगी। दागी मंत्रियों के खिलाफ भी मुख्यमंत्री कार्रवाई करें। 

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