महाराष्ट्र : मंत्री रक्षा खडसे से छेड़छाड़ मामले में एक आरोपी के खिलाफ पहले से ही चार मामले दर्ज
Maharashtra: Four cases already registered against an accused in the molestation case of Minister Raksha Khadse

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस घटना की निंदा की और आरोप लगाया कि इसमें एक राजनीतिक दल के सदस्य शामिल हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। केंद्रीय युवा मामले और खेल राज्य मंत्री रक्षा खडसे से छेड़छाड़ मामले में एक आरोपी के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
मुंबई : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस घटना की निंदा की और आरोप लगाया कि इसमें एक राजनीतिक दल के सदस्य शामिल हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। केंद्रीय युवा मामले और खेल राज्य मंत्री रक्षा खडसे से छेड़छाड़ मामले में एक आरोपी के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। जलगांव पुलिस ने बड़ा खुलासा किया। मुक्ताईनगर के उप-विभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) कृष्णत पिंगले ने बताया कि मामले में सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, जिनमें से एक को पहले ही हिरासत में लिया जा चुका है। उनमें से एक के खिलाफ पहले भी चार मामले दर्ज हैं।
एसडीपीओ पिंगले ने एएनआई को बताया, '28 फरवरी को यात्रा के दौरान कुछ लड़कियां झूले के पास गईं। उस समय अनिकेत भुई, पीयूष मोरे, सोहम कोडी, अनुज पाटिल, चेतन भुई, सचिन पालवे और किरण मादी ने उनका पीछा किया और उन्हें परेशान किया। एफआईआर दर्ज कर ली गई है और आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए तीन टीमें बनाई गई हैं। उनमें से एक अनिकेत भुई के खिलाफ पहले से ही चार मामले दर्ज हैं, जबकि अन्य का कोई पिछला आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है।'
पुलिस के मुताबिक, घटना कोथली गांव में एक धार्मिक जुलूस के दौरान हुई। आरोपियों ने कथित तौर पर कम से कम तीन से चार लड़कियों का पीछा किया और उनके साथ छेड़छाड़ की। एसडीपीओ पिंगले ने एक वीडियो बयान में कहा, '28 फरवरी, 2025 को कोथली गांव में एक यात्रा (जुलूस) निकाली गई थी। इस कार्यक्रम का हिस्सा रहे आरोपियों ने कथित तौर पर तीन से चार लड़कियों का पीछा किया और उनके साथ छेड़छाड़ की।'
घटना के बाद राज्य मंत्री रक्षा खडसे ने जलगांव पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने सात व्यक्तियों के खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण अधिनियम और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धाराएं लगाईं। अब तक एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।