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गोरखपुर में बैंक के सचिव समेत 7 लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा... कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने की कार्रवाई
Case registered against 7 people including bank secretary in Gorakhpur... Police took action on the orders of the court
बैंक के सहायक सचिव धीरेंद्र श्रीवास्तव ने माफिया अजीत शाही उनके सहयोगी सहयोगी कौशल किशोर शाही, प्रदीप श्रीवास्तव, अनिल सिंह और 20-25 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप था कि परिसर में दाखिल होने के बाद संविदा पर तैनात कंप्यूटर आपरेटर की नौकरी कन्फर्म करने का दबाव बना रहे थे। बात न मानने पर सभी लोगों को जान से मारने की धमकी देने लगे। पुलिस को सूचना देने पर फरार हो गए।
गोरखपुर : दी मैकेनिकल डिपार्टमेंट प्राइमरी कोआपरेटिव बैंक के सहायक सचिव धीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव सहित सात लोगों पर चोरी, बलवा और धमकी देने का मुकदमा दर्ज किया गया है। बैंक के निर्वाचित अध्यक्ष अनिल सिंह विशेन ने न्यायालय में अर्जी दी थी। न्यायालय के आदेश पर शाहपुर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। छह माह पहले शाहपुर थाना पुलिस ने धीरेंद्र श्रीवास्तव की तहरीर पर अनिल व उनके सहयोगियों पर मुकदमा दर्ज किया था।
प्रार्थना पत्र में अनिल सिंह ने लिखा है कि 12 मई, 2023 को बैंक में अपने कार्य का संपादन करने गए थे। सुबह 11 बजे बैंक के सहायक सचिव धीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने अपने सहयोगी धनश्याम सिंह, रघुपति सिंह, नित्यानन्द पांडेय, विनय कुमार श्रीवास्तव, संजय कुमार श्रीवास्तव, अरुण सिंह व अन्य बैंककर्मियों ने उन्हें रोक लिया। सभी लोग कहने लगे जब सचिव ने आपको बैंक में आने से मना किया है तो आप कैसे आ गए।
यहां से भाग जाइए या राकेश कुशवाहा को चुपचाप वापस नौकरी पर रखिए। हम लोगों ने अध्यक्ष बनाया है इसलिए प्रतिमाह दो लाख रुपये देते रहिए नहीं तो बैंक में घुसने नहीं देगें। राकेश पर हत्या का मुकदमा दर्ज होने की वजह से उन्होंने विधिक राय लेकर फैसला लेने के लिए कहा तो सरकारी कार्य में बाधा डालते हुए डीवीआर समेत सीसी कैमरा उठा ले गए। धीरेंद्र श्रीवास्तव ने धमकी देते हुए कहा कि 2001 में पूर्व अध्यक्ष उग्रसेन सिंह व दो अन्य की हत्या हो चुकी है। बात न मानने पर उनके जैसा हाल होगा। एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई होगी।
बैंक के सहायक सचिव धीरेंद्र श्रीवास्तव ने माफिया अजीत शाही उनके सहयोगी सहयोगी कौशल किशोर शाही, प्रदीप श्रीवास्तव, अनिल सिंह और 20-25 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप था कि परिसर में दाखिल होने के बाद संविदा पर तैनात कंप्यूटर आपरेटर की नौकरी कन्फर्म करने का दबाव बना रहे थे। बात न मानने पर सभी लोगों को जान से मारने की धमकी देने लगे। पुलिस को सूचना देने पर फरार हो गए।
सहजनवां थाना क्षेत्र के घघसरा गांव में भूमि विवाद में शनिवार को युवकों ने ईंट से पीटकर एक महिला को घायल कर दिया था। पीड़ित महिला ने एडीजी से गुहार लगाई थी। एडीजी के आदेश पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। नगर पंचायत के घघसरा की अंजली देवी पत्नी नन्दलाल ने एडीजी अखिल कुमार को दिए तहरीर में बताया कि मेरे पुराने घर की जमीन में बढ़कर कुछ लोग मकान का निर्माण करा रहे थे। शनिवार की सुबह वहां पहुंची और कार्य रोकने को कहा तो दो युवक और उसकी मां गाली देने लगे। मना करने पर लात-घूसों और ईंट से मारकर घायल कर दिया।
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