मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर गड्ढों की स्थिति को लेकर आदित्य ठाकरे ने सरकार और संबंधित विभागों पर कड़ा प्रहार किया
Aditya Thackeray lashed out at the government and the concerned departments over the condition of potholes on the Mumbai-Pune Expressway
मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर गड्ढों की स्थिति को लेकर महाराष्ट्र की राजनीति में नया विवाद खड़ा हो गया है. शिवसेना (यूबीटी) के नेता और पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो साझा करते हुए सरकार और संबंधित विभागों पर कड़ा प्रहार किया. आदित्य ठाकरे ने आम नागरिक वाहन चालक विशाल भार्गव द्वारा बनाए गए वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, `ट्रू स्टोरी... भ्रष्टाचार. बेशर्म भ्रष्टाचार. यहां तक कि टोल वसूलते समय भी. फेकनाथ मिंढे (एकनाथ शिंदे) के पिछले कुछ सालों @MSRDCLtd उसके साथ हर बड़ी/छोटी सड़क ध्वस्त हो गई है और रास्तों पर गड्ढे ही गड्ढे हैं.`
मुंबई: मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर गड्ढों की स्थिति को लेकर महाराष्ट्र की राजनीति में नया विवाद खड़ा हो गया है. शिवसेना (यूबीटी) के नेता और पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो साझा करते हुए सरकार और संबंधित विभागों पर कड़ा प्रहार किया. आदित्य ठाकरे ने आम नागरिक वाहन चालक विशाल भार्गव द्वारा बनाए गए वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, `ट्रू स्टोरी... भ्रष्टाचार. बेशर्म भ्रष्टाचार. यहां तक कि टोल वसूलते समय भी. फेकनाथ मिंढे (एकनाथ शिंदे) के पिछले कुछ सालों @MSRDCLtd उसके साथ हर बड़ी/छोटी सड़क ध्वस्त हो गई है और रास्तों पर गड्ढे ही गड्ढे हैं.`
उन्होंने अपने पोस्ट में आरोप लगाया कि न सिर्फ मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे, बल्कि हाल ही में बनी मुंबई-नागपुर समृद्धि महामार्ग पर भी यात्रा करना बेहद मुश्किल हो गया है. ठाकरे ने लिखा कि “नई बनी सड़क पर एक भी किलोमीटर समतल या सही हालत में नहीं है. गड्ढे ऐसे उभर आते हैं जैसे सड़क पर नहीं, बल्कि खजाने में हों.”
आदित्य ठाकरे ने इस बहाने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर भी सीधा निशाना साधा है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि भ्रष्टाचार और लापरवाही की वजह से राज्य की सड़कों की यह हालत हो गई है, लेकिन इसके बावजूद जनता से भारी टोल वसूला जा रहा है. गौरतलब है कि मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे देश का पहला छह लेन वाला एक्सप्रेसवे है, जिसकी देखरेख महाराष्ट्र स्टेट रोड डेवेलपमेंट कॉर्पोरेशन के पास है. इस एक्सप्रेसवे पर टोल वसूली सालों से विवाद का विषय रही है. नागरिकों का कहना है कि टोल वसूली के बावजूद सड़क की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया जा रहा.
ठाकरे की इस टिप्पणी के बाद राज्य की राजनीति में नई बहस छिड़ गई है. विपक्ष लगातार सरकार को सड़क निर्माण और रखरखाव को लेकर घेर रहा है. वहीं, ruling पार्टी की ओर से अब तक इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.
मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर गड्ढों का मुद्दा हर साल बरसात के दौरान सामने आता है, लेकिन इस बार आदित्य ठाकरे ने इसे सीधे भ्रष्टाचार और प्रशासनिक नाकामी से जोड़कर सवाल खड़े किए हैं. अब देखना यह होगा कि महाराष्ट्र सरकार इस पर क्या सफाई देती है और क्या यात्रियों की परेशानियों को कम करने के लिए ठोस कदम उठाए जाते हैं.

