अंधेरी पश्चिम में मैंग्रोव हत्या के खिलाफ तत्काल कार्रवाई... पंकजा मुंडे ने किया जगह का प्रत्यक्ष निरीक्षण अवैध भराव करने वालों के खिलाफ होगा मामला दर्ज
mmediate action against mangrove killing in Andheri West... Pankaja Munde did a direct inspection of the site. Case will be filed against those doing illegal filling.
.jpg)
विधान परिषद सदस्य अनिल परब की तरफ से पेश लक्ष्यभेदी सूचना पर दिए गए आश्वासन को पूरा करते हुए पंकजा मुंडे ने अधिवेशन समापन के अगले दिन घटनास्थल का दौरा किया। इस मौके पर उनके साथ विधायक अनिल परब, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की सचिव जयश्री भोज, महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल (एमपीसीबी) के सदस्य सचिव अविनाश ढाकणे सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
मुंबई : अंधेरी पश्चिम स्थित लोखंडवाला बैंक रोड इलाके में मैंग्रोव वन को काटने के मामले को गंभीरता से लेते हुए पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री पंकजा मुंडे ने घटनास्थल का दौरा किया और अवैध रूप से भराव करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज करने और संबंधित स्थान से भराव हटाकर मूल मैंग्रोव को पुनस्र्थापित करने के भी आदेश दिए।
विधान परिषद सदस्य अनिल परब की तरफ से पेश लक्ष्यभेदी सूचना पर दिए गए आश्वासन को पूरा करते हुए पंकजा मुंडे ने अधिवेशन समापन के अगले दिन घटनास्थल का दौरा किया। इस मौके पर उनके साथ विधायक अनिल परब, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की सचिव जयश्री भोज, महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल (एमपीसीबी) के सदस्य सचिव अविनाश ढाकणे सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि बफर जोन में बिना किसी अनुमति के बड़ी मात्रा में भराव किया गया था। पंकजा मुंडे ने कहा कि यह नियमों का उल्लंघन है।
यह स्थान कुछ वर्ष पहले गैर-विकास क्षेत्र में था। यह विकास क्षेत्र कैसे बन गया? मुंडे ने सीधे तौर पर पूछा और विभाग को आदेश दिया कि वह उन कारणों की विस्तृत जांच करे कि भूमि गैर-विकास क्षेत्र में क्यों है। उन्होंने अवैध भराई के लिए जिम्मेदार ठेकेदारों के खिलाफ तुरंत मुकदमे दर्ज करने के निर्देश दिए।
उन्होंने भराई हटाकर संबंधित जगहों पर मूल मैंग्रोव वन को फिर से स्थापित करने के भी आदेश दिए। मैंग्रोव वनों को काटकर बड़े पैमाने पर अतिक्रमण किए जाने की शिकायतों को देखते हुए पर्यावरण मंत्री ने अधिकारियों को ऐसे सभी मामलों को एकत्रित करके तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि इस तरह की चीजें रुकनी चाहिए और पर्यावरण की रक्षा के लिए एजेंसियों को तेजी से काम करना चाहिए।