SCLR टॉप ब्रिज पर भारी जाम: RTI कार्यकर्ता की चेतावनी हुई सच
Heavy traffic jam on sclr top bridge: RTI activist's warning comes true
मुंबई के सांताक्रूज-चेंबूर लिंक रोड (SCLR) पर नया टॉप ब्रिज यात्रियों के लिए समाधान बनने के बजाय जाम कॉरिडोर बन गया है। RTI कार्यकर्ता अनिल गलगली की चेतावनी सच साबित हुई। यातायात विशेषज्ञों का कहना है कि बिना सही प्लानिंग के नई परियोजनाएं समस्या को हल करने के बजाय और बढ़ा देती हैं।
मुंबई: सांताक्रूज-चेंबूर लिंक रोड (SCLR) पर हाल ही में शुरू किया गया टॉप ब्रिज (Top Bridge) दैनिक यात्रियों के लिए राहत देने के बजाय परेशानी का सबब बन गया है।
RTI कार्यकर्ता अनिल गलगली ने पहले ही अधिकारियों को चेतावनी दी थी कि यह अवैज्ञानिक योजना (unscientific planning) यातायात को आसान करने के बजाय और बिगाड़ देगी। अब उनकी बात सच साबित हो रही है, क्योंकि मोटर चालकों को तथाकथित "समाधान गलियारे" (solution corridor) पर भारी जाम झेलना पड़ रहा है।
शहरी योजनाकारों और यातायात विशेषज्ञों का कहना है कि किसी भी बुनियादी ढांचे की परियोजना को शुरू करने से पहले यातायात प्रवाह अध्ययन (traffic flow study), लास्ट-माइल कनेक्टिविटी (last-mile connectivity) और वैकल्पिक मार्ग (alternate routes) का समुचित प्रावधान होना जरूरी है। अन्यथा, नई परियोजनाएं समस्या को हल करने के बजाय केवल उसे एक जगह से दूसरी जगह स्थानांतरित कर देती हैं।

