मुंबई : इंडिगो विमान का पिछला हिस्सा रनवे से टकरा गया; इंडिगो पर लगा था 30 लाख का जुर्माना
Mumbai: The tail part of the IndiGo plane collided with the runway; IndiGo was fined Rs 30 lakh
भारी बारिश के बीच मुंबई में लैंडिंग के दौरान इंडिगो विमान A321 (VT-ICM) का पिछला हिस्सा रनवे से टकरा गया. दरअसल यह विमान बैंकॉक से 6E 1060 के रूप में उड़ान भर रहा था. जब विमान का पिछला हिस्सा टकराया, तब पायलट ने लैंडिंग रद्द कर दी. उसके बाद दूसरे प्रयास में विमान को सुबह 3 बजे लैंडिंग कराया गया. दो सालों में सातवीं बार ऐसा हुआ है, जब इंडिगो A321 विमान का पिछला हिस्सा लैंडिंग के वक्त टकराया है. DGCA ने एयरलाइन के समक्ष यह मुद्दा उठाया है.
मुंबई : भारी बारिश के बीच मुंबई में लैंडिंग के दौरान इंडिगो विमान A321 (VT-ICM) का पिछला हिस्सा रनवे से टकरा गया. दरअसल यह विमान बैंकॉक से 6E 1060 के रूप में उड़ान भर रहा था. जब विमान का पिछला हिस्सा टकराया, तब पायलट ने लैंडिंग रद्द कर दी. उसके बाद दूसरे प्रयास में विमान को सुबह 3 बजे लैंडिंग कराया गया. दो सालों में सातवीं बार ऐसा हुआ है, जब इंडिगो A321 विमान का पिछला हिस्सा लैंडिंग के वक्त टकराया है. DGCA ने एयरलाइन के समक्ष यह मुद्दा उठाया है.
इंडिगो प्रवक्ता ने दी ये जानकारी
इंडिगो के एक अधिकारी के अनुसार, 16 अगस्त, 2025 को मुंबई में खराब मौसम की स्थिति के कारण, कम ऊंचाई पर उड़ान भरते समय इंडिगो एयरलाइंस A321 विमान का पिछला हिस्सा रनवे से टकरा गया. इसके बाद विमान ने एक और उड़ान भरी और सुरक्षित रूप से लैंड कर गया. अधिकारी ने बताया कि सभी प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए अब विमान की अच्छे से जांच होगी, उसके बाद ही उसे उड़ान के लिए मंजूरी मिल पाएगी. इंडिगो की पहली प्राथमिकता अपने यात्रियों, चालक दल और विमान की सुरक्षा है. इस घटना के कारण होने वाले प्रभाव को कम करते के लिए इंडिगो पूरी कोशिश करेगा.
इंडिगो पर लगा था 30 लाख का जुर्माना
बता दें कि जुलाई 2023 में, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने 6 महीने के अंदर 4 ऐसी टेल स्ट्राइक घटनाओं को लेकर इंडिगो पर 30 लाख रुपए का जुर्माना लगाया था. जांच के दौरान टीम ने संचालन, प्रशिक्षण प्रक्रिया और तकनीकि प्रक्रिया में कमियां पाई थी. स्काईब्रेरी वेबसाइट के अनुसार, टेल स्ट्राइक तब होता है, जब किसी हवाई जहाज का पिछला हिस्सा टेकऑफ या लैंडिंग के दौरान रनवे के संपर्क में आता है. टेल स्ट्राइक की ज्यादातर घटनाएं लैंडिंग के दौरान होती हैं, जिसमें अधिकतर पायलट की गलती मानी जाती है. हालांकि खराब मौसम, तेज हवाएं इस घटना की संभावना को और बढ़ा देती हैं.

