मुंबई : फिल्म "फुले" के रिलीज से पहले ही ब्राह्मण समाज ने आपत्ति जताई
Mumbai: Brahmin community raised objection even before the release of the film "Phule"
By: Online Desk
On

अनंत महादेवन की फिल्म "फुले" के रिलीज से पहले ही महाराष्ट्र में कुछ ब्राह्मण संगठनों ने विरोध शुरू कर दिया है. फिल्म में दिखाए गए ब्राह्मण समाज के कथित अपमानजनक चित्रण पर इन संगठनों ने आपत्ति जताई है. उनकी तरफ से फिल्म से आपत्तिजनक दृश्यों को हटाने की मांग की गई है. अनंत महादेवन निर्देशित फिल्म ‘फुले’, 11 अप्रैल 2025 को रिलीज होने के लिए पूरी तरह से तैयार है.
मुंबई : अनंत महादेवन की फिल्म "फुले" के रिलीज से पहले ही महाराष्ट्र में कुछ ब्राह्मण संगठनों ने विरोध शुरू कर दिया है. फिल्म में दिखाए गए ब्राह्मण समाज के कथित अपमानजनक चित्रण पर इन संगठनों ने आपत्ति जताई है. उनकी तरफ से फिल्म से आपत्तिजनक दृश्यों को हटाने की मांग की गई है. अनंत महादेवन निर्देशित फिल्म ‘फुले’, 11 अप्रैल 2025 को रिलीज होने के लिए पूरी तरह से तैयार है. लेकिन रिलीज से पहले ही प्रतिक गांधी और पत्रलेखा की इस फिल्म पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं. दरअसल महाराष्ट्र के ब्राह्मण संगठनों ने इस फिल्म में दिखाए गए कुछ सीन पर आपत्ति जताई है. उनकी तरफ से पुलिस स्टेशन और सेंसर बोर्ड को एक लेटर के जरिए ये गुजारिश की गई है कि ‘फुले’ फिल्म में दिखाए गए ब्राह्मण समाज की बदनामी करने वाले सीन्स को हटाकर ही इस फिल्म को रिलीज किया जाए.
इस पूरे विवाद को लेकर ब्राह्मण महासंघटन की एक महिला सदस्य ने कहा,”हम पहले तो सावित्रीबाई फुले और महात्रा ज्योतिबा फुले को धन्यवाद कहते हैं, क्योंकि आज उनकी वजह से हम महिलाएं यहां तक पहुंच पाईं हैं. ‘फुले’ नाम की एक हिंदी फिल्म 11 अप्रैल को रिलीज होने जा रही है. इस फिल्म के टीजर में ये दिखाया गया है कि एक छोटा ब्राह्मण समाज का लड़का सावत्रीबाई फुले पर कीचड या फिर गोबर फेंक रहा है. हम तमाम ब्राह्मण समाज के लोगों का ये सवाल है कि ये सब क्यों दिखाया जा रहा है और वो भी एक छोटे बच्चे के जरिए?”
नहीं था फुले को विरोध
आगे इस सदस्य ने कहा ने कहा,”ये एक विकृति है. जब पुणे में स्कूल खोलनी थी, तब हमारे ही समाज के भिड़े नाम के इंसान ने फुले को जगह दी थी. ब्राह्मण समाज ने ज्योतिबा फुले या सावित्रीबाई फुले का विरोध कभी किया ही नहीं. हमने सुना है कि पूरे समाज ने उनका विरोध किया था, किसी एक समाज ने नहीं. लेकिन किसी एक समाज की तरफ से उनका विरोध हो रहा है, ये जानबूझकर इस फिल्म में दिखाया गया है और हम इस बात का विरोध कर रहे हैं.”
जानें क्या है इस संगठन की मांग?
पुणे के कराड ब्राह्मण महासंघ की तरफ से मेकर्स को ये चेतावनी दी गई है कि वो इस फिल्म में ब्राह्मण समाज को लेकर जो आपत्तिजनक सीन्स हैं, वो सारे हटा दें. वरना इस फिल्म के खिलाफ महाराष्ट्र के तमाम ब्राह्मण समाज सड़क पर उतरेगा.