मुंबई : कई जिलों से किसान प्रस्तावित शक्तिपीठ हाईवे के विरोध में विधान भवन पहुंचे; सरकार को कड़ी चेतावनी
Mumbai: Farmers from many districts reached Vidhan Bhavan to protest against the proposed Shaktipeeth Highway; Strict warning to the government
महाराष्ट्र के कई जिलों से किसान प्रस्तावित शक्तिपीठ हाईवे के विरोध में विधान भवन पहुंचे. मुंबई पहुंचे किसानों ने प्रोजेक्ट का विरोध करते हुए सरकार को कड़ी चेतावनी दी है. दरअसल, यह हाईवे महाराष्ट्र के 12 जिलों से होकर गुजरेगा और कोल्हापुर के अंबाबाई से लेकर नांदेड़ के रेणुका देवी जैसे प्रमुख पूजा स्थलों को जोड़ेगा. शक्तिपीठ हाईवे की लंबाई 802 किलोमीटर है.
मुंबई : महाराष्ट्र के कई जिलों से किसान प्रस्तावित शक्तिपीठ हाईवे के विरोध में विधान भवन पहुंचे. मुंबई पहुंचे किसानों ने प्रोजेक्ट का विरोध करते हुए सरकार को कड़ी चेतावनी दी है. दरअसल, यह हाईवे महाराष्ट्र के 12 जिलों से होकर गुजरेगा और कोल्हापुर के अंबाबाई से लेकर नांदेड़ के रेणुका देवी जैसे प्रमुख पूजा स्थलों को जोड़ेगा. शक्तिपीठ हाईवे की लंबाई 802 किलोमीटर है. किसान इस प्रोजेक्ट के खिलाफ हैं, क्योंकि अधिग्रहण में किसानों की जमीन जाने वाली है. विपक्षी महा विकास अघाड़ी भी प्रोजेक्ट का विरोध कर रहा है.
किसानों की 8100 हेक्टेयर जमीन होगी अधिग्रहित
शक्तिपीठ राजमार्ग के लिए 12 जिलों में करीब 8400 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाना है. इसमें से 8100 हेक्टेयर जमीन किसानों से ली जाएगी. इस परियोजना की लागत 86 हजार करोड़ है. किसानों के विरोध के बाद तत्कालीन सीएम एकनाथ शिंदे ने इस परियोजना को रद्द करने का वादा किया था, लेकिन सीएम फडणवीस के नेतृत्व में नई सरकार बनने के बाद उन्होंने घोषणा की कि महायुति किसी भी तरह महत्वाकांक्षी शक्तिपीठ हाईवे प्रोजेक्ट को पूरा करेगी.
सरकार ने किसानों को भेजे नोटिस
फरवरी में सरकार ने भूमि अधिग्रहण के लिए अधिसूचना जारी की है, लेकिन किसान इसके खिलाफ हैं. सरकार ने उन किसानों को नोटिस भेजा है, जिनकी जमीन का अधिग्रहण किया जाना है. कोल्हापुर और पश्चिमी महाराष्ट्र के किसानों के पास बहुत कम जमीन है. उनके पास जीवनयापन के लिए पैसे कमाने के लिए कोई दूसरा साधन नहीं है. सरकार की ओर से अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होने के बाद उनके भूमिहीन होने की आशंका है.
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