महाराष्ट्र : किसान सम्मान निधि के तौर पर मिलेंगे सालाना 15 हजार रुपये
Maharashtra: 15 thousand rupees will be given annually as Kisan Samman Nidhi

महाराष्ट्र में किसानों को सालाना 15 हजार रुपये किसान सम्मान निधि के तौर पर मिलेंगे। पीएम-किसान के 6 हजार रुपये के अलावा महाराष्ट्र सरकार पात्र किसानों को अपनी तरफ से सालाना 6 हजार रुपये देती है। यह धनराशि नमो शेतकरी महासम्मान निधि योजना के तहत दी जाती है, जिसे राज्य सरकार बढ़ाकर 9 हजार रुपये करने जा रही है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि नमो शेतकरी महासम्मान निधि योजना के तहत किसानों को दी जा रही सालाना 6 हजार रुपये की सहायता में 3 हजार रुपये की बढ़ोतरी की जाएगी।
मुंबई: महाराष्ट्र में किसानों को सालाना 15 हजार रुपये किसान सम्मान निधि के तौर पर मिलेंगे। पीएम-किसान के 6 हजार रुपये के अलावा महाराष्ट्र सरकार पात्र किसानों को अपनी तरफ से सालाना 6 हजार रुपये देती है। यह धनराशि नमो शेतकरी महासम्मान निधि योजना के तहत दी जाती है, जिसे राज्य सरकार बढ़ाकर 9 हजार रुपये करने जा रही है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि नमो शेतकरी महासम्मान निधि योजना के तहत किसानों को दी जा रही सालाना 6 हजार रुपये की सहायता में 3 हजार रुपये की बढ़ोतरी की जाएगी। इस तरह दोनों योजनाओं के माध्यम से किसानों के खातों में सालाना 15 हजार रुपये जमा किए जाएंगे। इसमें से 9 हजार रुपये राज्य सरकार द्वारा और 6 हजार रुपये केंद्र सरकार द्वारा प्रदान किए जाएंगे।
पीएम-किसान की 19वीं किस्त जारी किए जाने के अवसर सोमवार को नागपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने पीएम-किसान की तर्ज पर नमो शेतकरी महासम्मान निधि योजना शुरू की है। दोनों योजनाओं में पात्र किसानों को सालाना 6-6 हजार रुपये की वित्तीय सहायता दी जाती है। महाराष्ट्र सरकार जल्द ही राज्य योजना में अपना योगदान 3 हजार रुपये बढ़ाकर 9 हजार रुपये करेगी, ताकि किसानों को साल में 15 हजार रुपये मिल सकें। इससे उन्हें खेती के लिए चीजें खरीदने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि यह घोषणा कृषि उत्पादकता बढ़ाने और किसानों पर आर्थिक बोझ घटाने के महाराष्ट्र सरकार के प्रयासों का हिस्सा है। इस योजना से राज्य के 91 लाख से अधिक किसानों को आर्थिक लाभ पहुंचा है और उन्हें कृषि जरूरतों को पूरा करने के लिए तत्काल मदद मिली है। कृषि में प्रौद्योगिकी की मदद से किसानों की आय दोगुनी करने के प्रयास चल रहे हैं।