राहुल गांधी मानहानि के एक मामले में सजा सुनाए जाने के मद्देनजर, राज्य विधानसभा के बाहर मौन विरोध प्रदर्शन
Silent protest outside state assembly in view of Rahul Gandhi's sentencing in a defamation case
राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर ‘मोदी उपमान संबंधी उनकी टिप्पणी को लेकर अन्य पिछड़ा वर्ग का अपमान करने का आरोप लगाने के लिए भारतीय जनता पार्टी के दो नेताओं पर शनिवार को निशाना साधा और कहा कि ये नेता इस तरह के बेतुके आरोप लगाकर लोगों की बुद्धिमत्ता का अपमान कर रहे हैं।
मुंबई: महाराष्ट्र में संसद के सदस्य के रूप में राहुल गांधी की अयोग्यता के खिलाफ एमवीए विधायकों ने राज्य विधानसभा के बाहर मौन विरोध प्रदर्शन किया। विधायकों ने मुंह में काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। वहीं दूसरी ओर राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर ‘मोदी उपमान संबंधी उनकी टिप्पणी को लेकर अन्य पिछड़ा वर्ग का अपमान करने का आरोप लगाने के लिए भारतीय जनता पार्टी के दो नेताओं पर शनिवार को निशाना साधा और कहा कि ये नेता इस तरह के बेतुके आरोप लगाकर लोगों की बुद्धिमत्ता का अपमान कर रहे हैं।
सूरत की एक अदालत द्वारा मानहानि के एक मामले में सजा सुनाए जाने के मद्देनजर केरल की वायनाड संसदीय सीट () से सांसद राहुल गांधी को शुक्रवार को लोकसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया। लोकसभा सचिवालय की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया कि गांधी की अयोग्यता संबंधी आदेश 23 मार्च से प्रभावी होगा। सूरत की एक अदालत ने ‘मोदी उपनाम संबंधी टिप्पणी को लेकर गांधी के खिलाफ 2019 में दर्ज आपराधिक मानहानि के एक मामले में उन्हें बृहस्पतिवार को दो साल कारावास की सजा सुनाई थी।
बहरहााल, अदालत ने राहुल को जमानत भी दे दी और उनकी सजा के अमल पर 30 दिनों तक के लिए रोक भी लगा दी थी, ताकि वह फैसले को चुनौती दे सकें। केंद्रीय मंत्रियों धर्मेंद्र प्रधान और अनुराग ठाकुर ने शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में गांधी पर ओबीसी का अपमान करने का आरोप लगाया था।

