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Read More... पटना : आरजेडी को विधानसभा चुनाव में बड़ा झटका; पार्टी का मुख्य वोट बैंक — मुस्लिम और यादव दूर होता दिखा
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By Online Desk
बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) को इस विधानसभा चुनाव में बड़ा झटका लगा है. महागठबंधन के मुख्यमंत्री चेहरे के रूप में सामने आए तेजस्वी यादव की पार्टी के कमजोर प्रदर्शन ने राजनीतिक पंडितों को भी चौंका दिया है. यह सवाल उठ रहा है कि जब तेजस्वी ने जनता से कई बड़े वादे किए थे, तो आखिर ऐसा क्या हुआ कि पार्टी का मुख्य वोट बैंक—मुस्लिम और यादव—उससे दूर होता दिखा. आइए विस्तार से समझते हैं कि आरजेडी की हार के प्रमुख कारण क्या रहे. नई दिल्ली : बिहार विधानसभा चुनाव 2025: 'कोई टिकट लेने के लिए भी तैयार नहीं', INDIA पर जम कर बरसे नित्यानंद राय
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बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज है। एनडीए लगातार विपक्षी गठबंधन 'INDIA' पर सीट बंटवारे को लेकर हमलावर है। इस बीच केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के नेता नित्यानंद राय ने जोरदार प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि बहुत से उम्मीदवारों का यह मानना है कि महागठबंधन में शामिल कोई दल टिकट दे भी दिया तो हारना तय है। वैशाली विधानसभा सीट पर महागठबंधन के उम्मीदवार अब अपने ही साथी के खिलाफ मैदान में खड़े हो गए
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वैशाली जिले में बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का नामांकन आज अंतिम दिन है। इस दौरान तमाम राजनीतिक दल अपने-अपने उम्मीदवारों को टिकट देने में जुटे हुए हैं। मुकेश साहनी की पार्टी को महागठबंधन में कितनी सीटें मिली हैं, इसकी अभी तक अधिकारी घोषणा नहीं हुई है। वैशाली विधानसभा सीट पर महागठबंधन के उम्मीदवार अब अपने ही साथी के खिलाफ मैदान में खड़े हो गए हैं। कांग्रेस के सिंबल पर संजीव कुमार ने 15 नवंबर को नामांकन दाखिल किया, जबकि राजद के सिंबल पर अजय कुशवाहा 17 नवंबर को यानी आज नामांकन करेंगे। इस स्थिति से गठबंधन के कार्यकर्ता असमंजस में हैं और जनता में तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। पटना : बिहार विधानसभा चुनाव में कम अंतर से जीती गई तीन दर्जन से अधिक सीटों पर इसबार भी घमासान के आसार
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पांच साल पहले हुए विधानसभा चुनाव में कम अंतर से जीती गई तीन दर्जन से अधिक सीटों पर इसबार भी घमासान के आसार हैं। ये ऐसी सीटें हैं, जिन पर हार जीत का फैसला तीन हजार के करीब या उससे भी कम वोटों के अंतर से हुआ। इस श्रेणी में महागठबंधन के हिस्से की 17 सीटें हैं। एक निर्दलीय और 19 एनडीए के पास हैं। सबसे कम 12 वोटों के अंतर से हिलसा में जदयू उम्मीदवार कृष्ण मुरारी शरण की जीत हुई थी। उन्होंने राजद के शक्ति सिंह यादव को पराजित किया था। राजद ने उस समय भी धांधली का आरोप लगाया था। दो चुनावों के बीच गठबंधनों के पार्टनरों के बदलाव से भी अगला चुनाव प्रभावित होगा। सिमरी बख्तियारपुर में विकासशील इंसान पार्टी के मुकेश सहनी केवल 1759 वोटों के अंतर से चुनाव हारे। राजद के चौधरी युसूफ सलाउद्दीन ने उन्हें पराजित किया था। 