मुंबई : मनपा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी ने किया बड़ा ऐलान; महाविकास आघाड़ी का हिस्सा नहीं बनेगी सपा
Mumbai: Samajwadi Party makes major announcement regarding municipal elections; SP will not be part of Maha Vikas Aghadi
मुंबई महानगरपालिका (मनपा) चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी ने बड़ा ऐलान किया है। पार्टी ने स्पष्ट किया है कि वह आगामी मनपा चुनाव में महाविकास आघाड़ी का हिस्सा नहीं बनेगी। पार्टी द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि जिन लोगों ने 19 साल तक जेल में बंद बेकसूर मुसलमानों की रिहाई पर आपत्ति जताई, लेकिन मालेगांव धमाकों के सांप्रदायिक आरोपियों की रिहाई पर मौन साध लिया। जो बाबरी मस्जिद गिराए जाने पर गर्व व्यक्त करते हैं, जो भगवान राम और भगवान विश्वनाथ का नाम लेकर राजनीति करते हैं, मगर संगम के पवित्र जल को बदबूदार बताते हैं।
मुंबई : मुंबई महानगरपालिका (मनपा) चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी ने बड़ा ऐलान किया है। पार्टी ने स्पष्ट किया है कि वह आगामी मनपा चुनाव में महाविकास आघाड़ी का हिस्सा नहीं बनेगी। पार्टी द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि जिन लोगों ने 19 साल तक जेल में बंद बेकसूर मुसलमानों की रिहाई पर आपत्ति जताई, लेकिन मालेगांव धमाकों के सांप्रदायिक आरोपियों की रिहाई पर मौन साध लिया। जो बाबरी मस्जिद गिराए जाने पर गर्व व्यक्त करते हैं, जो भगवान राम और भगवान विश्वनाथ का नाम लेकर राजनीति करते हैं, मगर संगम के पवित्र जल को बदबूदार बताते हैं।
जिन राज्यों में पूरा देश पिंडदान करने जाता है, वहां के मेहनतकश लोगों को भाषा और प्रांत के नाम पर हिंसा का निशाना बनाते हैं। जो उत्तर भारतीयों और बिहारियों का अपमान करते हैं, उन्हें मारते-पीटते हैं, अगर ऐसे लोग महाविकास आघाड़ी का हिस्सा हैं, तो समाजवादी पार्टी उसका हिस्सा कभी नहीं बनेगी। सपा प्रदेश अध्यक्ष अबू आसिम आजमी ने कहा कि वह न्याय, धर्मनिरपेक्षता, संवैधानिक मूल्यों और गंगा-जमुनी तहजीब की राजनीति में विश्वास रखते हैं। हम ऐसे किसी गठबंधन का हिस्सा नहीं बन सकते जिसमें नफरत फैलाने वाली और देश को तोड़ने वाली ताकतें शामिल हों।
आजमी ने कहा कि अब भविष्य में हमारी पार्टी महाआघाडी के किसी भी कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेगी। आजमी से जब पूछा गया कि क्या वह विपक्ष के एक नवंबर को होने वाले आंदोलन में शामिल होंगे तो उन्होंने कहा कि वह जल्द इस बारे में फैसला लेंगे। राजनीतिक जानकारों के मुताबिक सपा के इस रुख से आगामी मनपा चुनाव में विपक्षी गठबंधन के समीकरणों पर असर पड़ सकता है।

