नवी मुंबई : पेट्रोलियम एवं विस्फोटक सुरक्षा संगठन के संयुक्त मुख्य नियंत्रक भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार
Navi Mumbai: Joint Chief Controller of Petroleum and Explosives Safety Organisation arrested on corruption charges
केंद्रीय जांच ब्यूरो ने पेट्रोलियम एवं विस्फोटक सुरक्षा संगठन के संयुक्त मुख्य नियंत्रक राजेंद्र रावत को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई में एक निजी व्यक्ति राहुल बाचाटेको को भी गिरफ्तार किया गया। दोनों को विशेष केंद्रीय जांच ब्यूरो न्यायालय, ठाणे ने पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय जांच ब्यूरो को सूचना मिली थी कि पेट्रोलियम एवं विस्फोटक सुरक्षा संगठन के वरिष्ठ अधिकारी ने निजी सलाहकारों और एजेंटों के साथ मिलकर बड़े पैमाने पर रिश्वतखोरी की है। इसके आधार पर ट्रैप ऑपरेशन चलाकर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
नवी मुंबई: केंद्रीय जांच ब्यूरो ने पेट्रोलियम एवं विस्फोटक सुरक्षा संगठन के संयुक्त मुख्य नियंत्रक राजेंद्र रावत को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई में एक निजी व्यक्ति राहुल बाचाटेको को भी गिरफ्तार किया गया। दोनों को विशेष केंद्रीय जांच ब्यूरो न्यायालय, ठाणे ने पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय जांच ब्यूरो को सूचना मिली थी कि पेट्रोलियम एवं विस्फोटक सुरक्षा संगठन के वरिष्ठ अधिकारी ने निजी सलाहकारों और एजेंटों के साथ मिलकर बड़े पैमाने पर रिश्वतखोरी की है। इसके आधार पर ट्रैप ऑपरेशन चलाकर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
जानकारी के अनुसार, ऑपरेशन के दौरान आरोपी अधिकारी के घर पर एक निजी व्यक्ति को पैकेज देते हुए पकड़ा गया। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि उसने 9 लाख रुपए रिश्वत अधिकारी की पत्नी को दिए थे। इसके अलावा, 7.5 लाख नकद भी जब्त किए गए, जिनका स्रोत स्पष्ट नहीं हुआ। आरोपी अधिकारी के कार्यालय की तलाशी के दौरान एक अन्य एजेंट ने 8 लाख रुपए रिश्वत देने की बात कबूल की, जो उनकी गाड़ी से बरामद हुई। साथ ही एक आर्किटेक्ट ने 1.5 लाख रुपए रिश्वत देने की बात स्वीकारी, जो किसी अन्य सरकारी अधिकारी को दी जाने वाली थी।
केंद्रीय जांच ब्यूरो ने अब तक आरोपी अधिकारी और निजी व्यक्ति के निवास और कार्यालय से कुल 26 लाख रुपए नकद जब्त किए हैं। इसके साथ ही कई संदिग्ध दस्तावेज, चैट्स और पेट्रोलियम एवं विस्फोटक सुरक्षा संगठन आवेदन की सूची भी सीज की गई है। केंद्रीय जांच ब्यूरो का कहना है कि आरोपी अधिकारी ने निजी सलाहकारों और एजेंटों के साथ मिलकर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया और मामले की जांच जारी है। विशेष केंद्रीय जांच ब्यूरो कोर्ट में पेश किए जाने के बाद दोनों को 1 अक्टूबर 2025 तक 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया। केंद्रीय जांच ब्यूरो का कहना है कि इस मामले में और भी खुलासे होने की संभावना है। इस कार्रवाई से भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त संदेश गया है और अधिकारियों के भ्रष्टाचार के मामलों में कड़ी निगरानी की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित हुआ है।

