मुंबई : फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़, 13 लोग गिरफ्तार
Mumbai: Fake call centre busted, 13 people arrested
मुंबई क्राइम ब्रांच ने गोरेगांव में एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है जो विदेशी नागरिकों को ठग रहा था। इस मामले में दो मालिकों, एक मैनेजर और दस टेलीकॉलर एजेंटों सहित 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सूचना के आधार पर छापेमारी पुलिस के अनुसार, क्राइम ब्रांच की यूनिट 12 को सूचना मिली थी कि गोरेगांव (पूर्व) स्थित विहान कमर्शियल कॉम्प्लेक्स की सातवीं मंजिल पर स्थित एक कॉल सेंटर अमेरिकी नागरिकों को निशाना बना रहा है। सूचना पर कार्रवाई करते हुए, अधिकारियों ने परिसर में छापेमारी की।
मुंबई : मुंबई क्राइम ब्रांच ने गोरेगांव में एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है जो विदेशी नागरिकों को ठग रहा था। इस मामले में दो मालिकों, एक मैनेजर और दस टेलीकॉलर एजेंटों सहित 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सूचना के आधार पर छापेमारी पुलिस के अनुसार, क्राइम ब्रांच की यूनिट 12 को सूचना मिली थी कि गोरेगांव (पूर्व) स्थित विहान कमर्शियल कॉम्प्लेक्स की सातवीं मंजिल पर स्थित एक कॉल सेंटर अमेरिकी नागरिकों को निशाना बना रहा है। सूचना पर कार्रवाई करते हुए, अधिकारियों ने परिसर में छापेमारी की।
कैसे काम करता था फर्जी कॉल सेंटर?
पुलिस की जांच में सामने आया है कि यह गिरोह खुद को Greeksquad और Mac cafe support जैसी नामी कंपनियों का आधिकारिक सर्विस प्रोवाइडर बताता था। आरोपी विदेशी नागरिकों को ईमेल भेजकर बताते थे कि उनके कंप्यूटर या मोबाइल में वायरस आ गया है। इसके बाद उन्हें फर्जी हेल्पलाइन नंबर दिया जाता था। जब पीड़ित उस नंबर पर कॉल करता, तो आरोपी तकनीकी सहायता देने के नाम पर उनसे 250 से 500 अमेरिकी डॉलर तक की रकम वसूलते थे।
मुंबई पुलिस द्वारा 15 लोगों की गिरफ्तारी, लैपटॉप और मोबाइल जब्त
15 सितंबर को मिली शिकायत के बाद पुलिस ने घाटकोपर के विलेज पार्क कॉम्प्लेक्स, जोगेश्वरी स्थित दफ्तर में छापा मारा। छापेमारी में 15 आरोपी, जिनमें एक विदेशी नागरिक भी शामिल है, पुलिस के हत्थे चढ़े। मौके से 10 लैपटॉप, 20 मोबाइल फोन, इंटरनेट डिवाइस और कई अहम दस्तावेज जब्त किए गए हैं।
कौन-कौन से केस दर्ज हुए?
क्राइम ब्रांच की यूनिट 12 ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, ठगी, और तकनीकी धारा समेत कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया है। फिलहाल आरोपियों को अदालत में पेश किया गया है और आगे की जांच जारी है। मुंबई पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध ईमेल या कॉल पर भरोसा न करें। अगर कोई व्यक्ति तकनीकी सहायता के नाम पर आपसे ऑनलाइन भुगतान की मांग करे, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
साइबर क्रिमिनल को पकड़ने में कामयाब हुई मुंबई पुलिस
यह कार्रवाई बताती है कि मुंबई पुलिस साइबर अपराधियों पर लगातार शिकंजा कस रही है। फर्जी कॉल सेंटर के जरिए विदेशी नागरिकों से ठगी करने वाले इस गिरोह का पर्दाफाश करके पुलिस ने न केवल अपराधियों को पकड़ा है, बल्कि आम जनता को भी सावधान रहने का संदेश दिया है।

