मुंबई : जी.एस.बी सेवा मंडल ने गणेशोत्सव के लिए 474.46 करोड़ रुपये का बीमा करवाया; अब तक का सबसे बड़ा बीमा
Mumbai: GSB Seva Mandal insures Rs 474.46 crore for Ganeshotsav; the biggest insurance ever
मुंबई में मनाए जाने वाले गणपति उत्सव में कई जगहों पर गणेश मूर्तियाँ स्थापित की जाती हैं. इनमें से कुछ बहुत मशहूर हैं, जिनके नाम दुनिया भर में जाने जाते हैं. इनमें लालबाग चा राजा, जीएसबी गणपति, खेतवाड़ी गणराज और गिरगांव चा राजा शामिल हैं. जीएसबी गणपति को भारत का सबसे अमीर गणपति माना जाता है. इसके पीछे बहुत खास कारण है. हर साल इस गणपति को सोने और चाँदी से सजाया जाता है, जिसकी क़ीमत करोड़ों में होती है. इस साल बप्पा को 69 किलो सोना और 336 किलो चाँदी से सजाया गया था.
मुंबई : मुंबई में मनाए जाने वाले गणपति उत्सव में कई जगहों पर गणेश मूर्तियाँ स्थापित की जाती हैं. इनमें से कुछ बहुत मशहूर हैं, जिनके नाम दुनिया भर में जाने जाते हैं. इनमें लालबाग चा राजा, जीएसबी गणपति, खेतवाड़ी गणराज और गिरगांव चा राजा शामिल हैं. जीएसबी गणपति को भारत का सबसे अमीर गणपति माना जाता है. इसके पीछे बहुत खास कारण है. हर साल इस गणपति को सोने और चाँदी से सजाया जाता है, जिसकी क़ीमत करोड़ों में होती है. इस साल बप्पा को 69 किलो सोना और 336 किलो चाँदी से सजाया गया था.
मुंबई के किंग्स सर्कल स्थित जी.एस.बी सेवा मंडल ने इस साल गणेशोत्सव के लिए 474.46 करोड़ रुपये का बीमा करवाया था, जो अब तक का सबसे बड़ा बीमा है. पिछले साल यह बीमा 400 करोड़ रुपये का था और 2023 में 360.40 करोड़ रुपये का था. आपको बता दें कि, गणपति के विसर्जन से पहले जीएसबी गणपति को पहनाए गए गहने और मुकुट उतार लिए जाते हैं. इन्हें फिर से अगले साल गहने बनाने और अन्य कामों, जैसे समाज सेवा, में उपयोग किया जाता है. केवल मूर्ति का ही जल में विसर्जन किया जाता है.
इस साल 375 करोड़ रुपये का दुर्घटना बीमा स्वयंसेवकों, पुजारियों, रसोइयों, सुरक्षा गार्डों आदि के लिए करवाया गया है. इसके अलावा 67 करोड़ रुपये का बीमा गणपति जी के सोने-चांदी के गहनों के लिए किया गया है, जो पिछले साल की तुलना में 24 करोड़ रुपये अधिक है. जीएसबी गणपति की शुरुआत 1954 में हुई थी, यानी आज से 71 साल पहले। पहली बार 14 इंच की गणपति मूर्ति स्थापित की गई थी. इस साल मूर्ति का आकार 14 फीट था, और मुकुट व सिंहासन सहित कुल ऊँचाई 18 फीट रही.
गणपति की मूर्ति के सिर पर पहनाया गया मुकुट भी असली सोने का बनाया गया था. इसके अलावा कान और हाथ भी सोने के थे, इसी तरह कई अलग-अलग हिस्सों को सोने और चाँदी से सजाया गया था.

