मुंबई : रेप केस; उसी युवक से शादी, लड़की ने कहा कि वह अपने पति के साथ खुशहाल जिंदगी जी रही है
Mumbai: Rape case: Married to the same man, girl said that she is living a happy life with her husband
बॉम्बे हाईकोर्ट ने एक रेप केस और उससे जुड़े सभी कानूनी मामलों को खत्म कर दिया है. दरअसल, यह केस तब दर्ज हुआ था जब लड़की की उम्र 17 साल थी. इस मामले में लड़की की मां ने लड़के के खिलाफ रेप की शिकायत की थी, क्योंकि वह अपनी बेटी और उस शख्स के रिश्ते के खिलाफ थीं. रिपोर्ट के मुताबिक, अब लड़की की उम्र 19 साल हो चुकी है और उसने कोर्ट को बताया कि वह उसी युवक से शादी कर चुकी है, जिस पर रेप का आरोप लगाया गया था. लड़की ने कहा कि वह अपने पति के साथ खुशहाल जिंदगी जी रही है और वह इस मामले को आगे नहीं बढ़ाना चाहती.
मुंबई : बॉम्बे हाईकोर्ट ने एक रेप केस और उससे जुड़े सभी कानूनी मामलों को खत्म कर दिया है. दरअसल, यह केस तब दर्ज हुआ था जब लड़की की उम्र 17 साल थी. इस मामले में लड़की की मां ने लड़के के खिलाफ रेप की शिकायत की थी, क्योंकि वह अपनी बेटी और उस शख्स के रिश्ते के खिलाफ थीं. रिपोर्ट के मुताबिक, अब लड़की की उम्र 19 साल हो चुकी है और उसने कोर्ट को बताया कि वह उसी युवक से शादी कर चुकी है, जिस पर रेप का आरोप लगाया गया था. लड़की ने कहा कि वह अपने पति के साथ खुशहाल जिंदगी जी रही है और वह इस मामले को आगे नहीं बढ़ाना चाहती.
हाईकोर्ट ने कहा कि अगर यह केस जारी रहा तो लड़की की शांतिपूर्ण वैवाहिक जिंदगी प्रभावित होगी. कोर्ट ने दोनों पक्षों (लड़की और उसके पति) के हलफनामे को स्वीकार किया, जिसमें यह साफ लिखा गया था कि वे अब शादीशुदा हैं और खुशी से साथ रह रहे हैं.
शुरुआत कैसे हुई थी?
दरअसल, यह मामला लगभग दो साल पहले सामने आया था. लड़की उस समय नाबालिग थी और उसके परिवार वाले इस रिश्ते के खिलाफ थे. लड़की की मां की शिकायत पर पुलिस ने लड़के के खिलाफ रेप का केस दर्ज किया था. हालांकि, बाद में जांच के दौरान आरोप लगाया गया कि युवक ने लड़की को शादी का झांसा देकर संबंध बनाए.
आज की स्थिति
अब महिला ने कोर्ट में कहा कि वह 2020 में शादी के बाद से अपने पति के साथ खुश है. उसने बताया कि उसकी शादी को 6 साल हो गए हैं और वह अपने पति के साथ जिंदगी बिता रही है. महिला ने यह भी कहा कि उसने पहले जो आरोप लगाए थे, वे गलत थे और अब वह शांतिपूर्ण जीवन जीना चाहती है. उसके पति ने भी कोर्ट में समर्थन दिया और कहा कि वे दोनों इस मामले को भूलकर आगे बढ़ना चाहते हैं.
कोर्ट की टिप्पणी
जज ने इस मामले को सुनने के बाद कहा कि जब महिला और उसका पति दोनों ही इस केस को खत्म करना चाहते हैं, तो इसे जारी रखने का कोई आधार नहीं है. कोर्ट ने यह भी कहा कि शादीशुदा जिंदगी में सुख-शांति बनाए रखना महत्वपूर्ण है. उन्होंने माना कि यह मामला किसी गहरे आपराधिक कृत्य से जुड़ा नहीं है, बल्कि यह एक पारिवारिक गलतफहमी थी जो अब सुलझ गई है.

