मुंबई : अब मेट्रो की लाइन में लगने का झंझट खत्म, यह एक बैंक कार्ड करेगा सारे काम
Mumbai: Now the hassle of standing in metro line is over, this one bank card will do all the work
देश के प्रमुख सरकारी बैंकों में से एक, इंडियन ओवरसीज़ बैंक ने मुंबई की लाइफलाइन, मुंबई मेट्रो लाइन 1 के साथ हाथ मिलाया है. दोनों के बीच एक ऐसी ऐतिहासिक साझेदारी हुई है, जो आपके मेट्रो के सफर को हमेशा के लिए बदलने वाली है. अब आपको टिकट के लिए कैश ढूंढने या लंबी लाइनों में खड़े होने की कोई जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि इंडियन ओवरसीज़ बैंक आपके लिए एक 'वन-स्टॉप' टिकटिंग समाधान लेकर आया है.
मुंबई : देश के प्रमुख सरकारी बैंकों में से एक, इंडियन ओवरसीज़ बैंक ने मुंबई की लाइफलाइन, मुंबई मेट्रो लाइन 1 के साथ हाथ मिलाया है. दोनों के बीच एक ऐसी ऐतिहासिक साझेदारी हुई है, जो आपके मेट्रो के सफर को हमेशा के लिए बदलने वाली है. अब आपको टिकट के लिए कैश ढूंढने या लंबी लाइनों में खड़े होने की कोई जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि इंडियन ओवरसीज़ बैंक आपके लिए एक 'वन-स्टॉप' टिकटिंग समाधान लेकर आया है.
इंडियन ओवरसीज़ बैंक ने मुंबई मेट्रो वन प्राइवेट लिमिटेड के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं. मुंबई मेट्रो वन प्राइवेट लिमिटेड वही कंपनी है जो मुंबई की सबसे व्यस्त लाइनों में से एक, वर्सोवा-अंधेरी-घाटकोपर रूट पर मेट्रो चलाती है. इस समझौते के तहत, इंडियन ओवरसीज़ बैंक अब मेट्रो यात्रियों के लिए कई तरह के आधुनिक टिकटिंग समाधान प्रदान करेगा:
पेपर टिकट और क्यूआर कोड:
जो लोग कभी-कभी सफर करते हैं, उनके लिए पेपर टिकट और क्यूआर-कोड आधारित टिकटिंग की सुविधा भी दी जाएगी.
इस बड़ी साझेदारी का उद्घाटन इंडियन ओवरसीज़ बैंक के एमडी और सीईओ, अजय कुमार श्रीवास्तव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया. इस मौके पर मुंबई मेट्रो वन के सीईओ, श्री श्यामंतक चौधरी भी मौजूद थे.
आम मुंबईकर को क्या मिलेगा फायदा?
इस साझेदारी का सीधा और सबसे बड़ा फायदा रोजाना सफर करने वाले 4.5 लाख से ज्यादा यात्रियों को मिलेगा. अब आपको टिकट काउंटर या टिकट वेंडिंग मशीन के सामने लंबी कतारों में खड़े होकर अपना कीमती समय बर्बाद नहीं करना पड़ेगा. छुट्टे पैसों का झंझट खत्म! आप अपने इंडियन ओवरसीज़ बैंक स्मार्ट कार्ड या क्यूआर कोड से तुरंत पेमेंट कर पाएंगे, जिससे आपका सफर पूरी तरह से कैशलेस और सुविधाजनक हो जाएगा. यह नया सिस्टम मुंबई मेट्रो के टिकटिंग एपीआई के साथ सीधे जुड़ा होगा. इसका मतलब है कि जैसे ही आप अपना कार्ड या क्यूआर कोड स्कैन करेंगे, आपका वेरिफिकेशन तुरंत हो जाएगा और गेट खुल जाएगा. इसमें कोई देरी नहीं होगी.
यह साझेदारी बैंकिंग सेवाओं को सार्वजनिक परिवहन के साथ जोड़ने की दिशा में एक बहुत बड़ा कदम है. आपका बैंक कार्ड अब सिर्फ पैसे निकालने या शॉपिंग करने के लिए ही नहीं, बल्कि आपके मेट्रो के टिकट का भी काम करेगा.
सिर्फ टिकट नहीं, यह है 'भविष्य की झलक'
इस मौके पर बोलते हुए, इंडियन ओवरसीज़ बैंक के एमडी और सीईओ, अजय कुमार श्रीवास्तव ने एक बहुत बड़ी बात कही. उन्होंने कहा, "सार्वजनिक परिवहन महानगरों की जीवन रेखा है और इंडियन ओवरसीज़ बैंक को शहरी परिवहन के भविष्य को आकार देने में अपनी भूमिका निभाने पर गर्व है. मुंबई मेट्रो वन के साथ यह सहयोग केवल टिकटिंग तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यात्रियों को एक सुरक्षित, सुविधाजनक और कैशलेस यात्रा का अनुभव प्रदान करने के लिए है."
उन्होंने यह भी संकेत दिया कि यह तो सिर्फ शुरुआत है. उन्होंने कहा, "हम निकट भविष्य में देश भर के अन्य मेट्रो नेटवर्क में भी ऐसी सुविधाओं का विस्तार करने की योजना बना रहे हैं." इसका मतलब है कि जो सुविधा आज मुंबई को मिल रही है, वह जल्द ही दिल्ली, बेंगलुरु, कोलकाता और देश के अन्य मेट्रो शहरों में भी देखने को मिल सकती है.

