मुंबई में 11 नए प्रोजेक्ट्स पर तेजी से काम कर रहा है रेलवे प्रशासन; यात्रियों के लिए एक राहत भरी खबर
Railway administration is working fast on 11 new projects in Mumbai; A relief news for passengers
मुंबई की लाइफलाइन कही जाने वाली लोकल ट्रेनें, मुंबईकरों के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। रोजाना लाखों लोग इन ट्रेनों से यात्रा करते हैं, लेकिन फेरों की कमी के कारण भीड़भाड़ और धक्का-मुक्की आम बात है। अब ऐसे यात्रियों के लिए एक राहत भरी खबर है। रेलवे प्रशासन मुंबई में 11 नए प्रोजेक्ट्स पर तेजी से काम कर रहा है, जिनसे मुंंबई के लोगों को काफी फायदा होगा। इन परियोजनाओं का मुख्य उद्देश्य मुंबई उपनगरीय क्षेत्र में कनेक्टिविटी को बेहतर बनाना और यात्रियों की भविष्य की जरूरतों को पूरा करना है। इसके लिए मुंबई अर्बन ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट (MUTP)-II, MUTP-III और MUTP-IIIए को मंजूरी दी गई है।
मुंबई: मुंबई की लाइफलाइन कही जाने वाली लोकल ट्रेनें, मुंबईकरों के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। रोजाना लाखों लोग इन ट्रेनों से यात्रा करते हैं, लेकिन फेरों की कमी के कारण भीड़भाड़ और धक्का-मुक्की आम बात है। अब ऐसे यात्रियों के लिए एक राहत भरी खबर है। रेलवे प्रशासन मुंबई में 11 नए प्रोजेक्ट्स पर तेजी से काम कर रहा है, जिनसे मुंंबई के लोगों को काफी फायदा होगा। इन परियोजनाओं का मुख्य उद्देश्य मुंबई उपनगरीय क्षेत्र में कनेक्टिविटी को बेहतर बनाना और यात्रियों की भविष्य की जरूरतों को पूरा करना है। इसके लिए मुंबई अर्बन ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट (MUTP)-II, MUTP-III और MUTP-IIIए को मंजूरी दी गई है।
इन पर क्रमशः ₹8,087 करोड़, ₹10,947 करोड़ और ₹33,690 करोड़ खर्च किए जाएंगे। इन महत्वपूर्ण रेलवे परियोजनाओं में मुंबई सेंट्रल-बोरीवली छठी लाइन (30 किमी, ₹919 करोड़), गोरेगांव-बोरीवली हार्बर मार्ग का विस्तार (7 किमी, ₹826 करोड़), विरार-डहाणू रोड तीसरी और चौथी लाइन (64 किमी, ₹3587 करोड़) शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, सीएसटीएम-कुर्ला पांचवीं और छठी लाइन (17.5 किमी, ₹891 करोड़) तथा पनवेल-कर्जत उपनगरीय कॉरिडोर (29.6 किमी, ₹2782 करोड़) भी महत्वपूर्ण हैं। अन्य परियोजनाओं में ऐरोली-कळवा (उन्नत) उपनगरीय कॉरिडोर लिंक (3.3 किमी, ₹476 करोड़), बोरीवली-विरार पांचवीं और छठी लाइन (26 किमी, ₹2184 करोड़), कल्याण-आसनगांव चौथी लाइन (32 किमी, ₹1759 करोड़) और कल्याण-बदलापुर तीसरी व चौथी लाइन (14.05 किमी, ₹1510 करोड़) शामिल हैं। कल्याण यार्ड-मेन लाइन व उपनगरीय ट्रैक का अलगाव (₹866 करोड़) और नायगांव से जुचंद्र के बीच वसई बाईपास लाइन (5.73 किमी, ₹176 करोड़) भी इस सूची में हैं। साथ ही, बिना टिकट यात्रा पर नियंत्रण के लिए 34 स्थानों पर ₹551 करोड़ खर्च किए जाएंगे।
पनवेल-कर्जत रेलवे कॉरिडोर पर काम तेजी से चल रहा है, जिसमें तीन सुरंगें (वावर्ले, नढाल और किरवली) शामिल हैं, जिनका उत्खनन पूरा हो चुका है। इस मार्ग पर कुल 47 पुल होंगे, जिनमें 29 छोटे और 6 बड़े पुल शामिल हैं। पनवेल, मोहोपे, और कर्जत स्टेशन इस कॉरिडोर पर स्थित होंगे, जिससे पनवेल-कर्जत लोकल सेवा जल्द शुरू होने की उम्मीद है।
चर्चगेट-विरार मार्ग पर मल्टी-ट्रैकिंग का काम भी शुरू हो गया है। इसके तहत चर्चगेट से मुंबई सेंट्रल के बीच 4 लाइनें, मुंबई सेंट्रल से बोरीवली के बीच 8 लाइनें और बोरीवली से विरार के बीच 6 लाइनें उपलब्ध होंगी। इसी तरह, सीएसएमटी-पनवेल मार्ग पर सीएसएमटी-कुर्ला के बीच पांचवीं और छठी लाइन का काम स्वीकृत हुआ है, और कुर्ला-परळ खंड में काम चल रहा है। इसके अलावा, सीएसएमटी-कुर्ला-वसई-पनवेल मार्ग पर दो अतिरिक्त लाइनें भी बनाई जा रही हैं।

