नालासोपारा में आर्थिक तंगी से परेशान एक ओला चालक ने अपने घर में जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली
An Ola driver, troubled by financial crisis, committed suicide by consuming poisonous substance in his house in Nalasopara

ओला और उबर जैसे एग्रीगेटर्स से जुड़े चालकों की बदहाल स्थिति एक बार फिर सामने आई है। नालासोपारा में आर्थिक तंगी से परेशान एक ओला चालक ने अपने घर में जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली।
नालासोपारा : ओला और उबर जैसे एग्रीगेटर्स से जुड़े चालकों की बदहाल स्थिति एक बार फिर सामने आई है। नालासोपारा में आर्थिक तंगी से परेशान एक ओला चालक ने अपने घर में जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना ने एक बार फिर इन कंपनियों द्वारा चालकों के कथित शोषण और कम किराये दरों के मुद्दे को गरमा दिया है। मृतक की पहचान नालासोपारा के विलालपाड़ा निवासी 48 वर्षीय सनोज सक्सेना के रूप में हुई है।
सनोज अपनी पत्नी ललिता सक्सेना, दो बेटियों और एक बेटे के साथ रहते थे और ओला उबर से जुड़कर अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे थे। पेल्हार पुलिस स्टेशन क्षेत्र में हुई इस घटना की जानकारी उनके साथी चालक रोहित शुक्ला ने दी, जिन्होंने बताया कि सनोज लंबे समय से मानसिक तनाव में थे और अक्सर अपने खर्च पूरे न होने की बात करते थे।
चालकों का आरोप है कि वे रोजाना 12-14 घंटे कड़ी मेहनत करते हैं, इसके बावजूद परिवार का पेट भरना मुश्किल हो गया है। उनका कहना है कि ओला और उबर ग्राहकों से प्रति किलोमीटर 10 से 12 रुपए तक चार्ज करती है, लेकिन चालकों को सिर्फ 4 से 5 रुपये प्रति किलोमीटर का भुगतान किया जाता है। यह किराया इतना कम है कि अब यह काम घाटे का सौदा बन गया है। चालक लंबे समय से अपनी मांग कर रहे हैं कि उन्हें प्रति किलोमीटर 22 से 25 रुपए का किराया दिया जाए।