BEST क्रेडिट सोसाइटी चुनाव में ठाकरे भाइयों की करारी हार, गठबंधन एक भी सीट नहीं जीत सका
Thackeray brothers suffered a crushing defeat in BEST Credit Society elections, the alliance could not win even a single seat
ठाकरे भाइयों का गठबंधन मुंबई के BEST क्रेडिट सोसाइटी चुनाव में बुरी तरह हार गया। ‘उत्कर्ष पैनल’ को एक भी सीट नहीं मिली, जबकि अन्य पैनल ने भारी बहुमत से जीत दर्ज की। यह हार आने वाले BMC चुनाव से पहले बड़ा संकेत मानी जा रही है।
मुंबई, 20 अगस्त 2025 — मुंबई की सबसे प्रतिष्ठित सहकारी संस्थाओं में से एक BEST Employees’ Co-operative Credit Society के हालिया चुनाव परिणामों ने महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मचा दी है। शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे के गठबंधन ने पहली बार यह चुनाव साथ मिलकर लड़ा, लेकिन यह प्रयोग पूरी तरह असफल रहा।
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🔴 गठबंधन को करारी शिकस्त
गठबंधन ने ‘उत्कर्ष पैनल’ के नाम से 21 सीटों में से 19 पर अपने उम्मीदवार उतारे।
परिणाम घोषित होने पर सामने आया कि यह पैनल एक भी सीट नहीं जीत पाया।
लगभग 15,000 सदस्यीय इस सहकारी संस्था में करीब 10,000 वोट पड़े, लेकिन गठबंधन को कहीं समर्थन नहीं मिल सका।
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🟢 शशांक राव का पैनल सबसे आगे
इस चुनाव में शशांक राव के नेतृत्व वाले ‘समृद्धि पैनल’ ने शानदार प्रदर्शन किया और 14 सीटों पर जीत दर्ज की।
वहीं, महायुति (BJP-शिंदे गुट) समर्थित पैनल को 7 सीटों पर सफलता मिली।
इस तरह ठाकरे भाइयों की जोड़ी पूरी तरह से हाशिये पर चली गई।
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⚖️ राजनीतिक महत्व
BEST क्रेडिट सोसाइटी चुनावों को केवल कर्मचारी संगठन का चुनाव नहीं माना जाता, बल्कि यह मुंबई की राजनीति का “मूड इंडिकेटर” भी होता है।
शिवसेना (UBT) ने पिछले 9 सालों से इस सोसाइटी पर पकड़ बनाई हुई थी।
MNS के साथ गठबंधन के बावजूद, यह पहली बार है जब उनका पूरा पैनल साफ हो गया।
राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि यह हार सीधे-सीधे आगामी BMC चुनावों के लिए संकेत है कि ठाकरे भाइयों का गठबंधन जमीनी स्तर पर कमजोर हो चुका है।
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📢 नेताओं की प्रतिक्रियाएँ
सुहास समंत (BEST कामगार सेना प्रमुख, शिवसेना UBT) ने माना: “सभी 21 उम्मीदवारों की हार चौंकाने वाली और निराशाजनक है।”
दूसरी ओर, विजयी पैनल के नेता शशांक राव ने कहा कि यह परिणाम कर्मचारियों के विश्वास और उनके मुद्दों के प्रति समर्पण की जीत है।
BJP और महायुति नेताओं ने इसे ठाकरे भाइयों की “लोकप्रियता में गिरावट” का सबूत बताया।
🧾 निष्कर्ष
BEST क्रेडिट सोसाइटी का यह चुनाव भले ही सीमित दायरे का हो, लेकिन इसके नतीजों का असर व्यापक है। यह ठाकरे भाइयों के गठबंधन की ताकत पर सवाल उठाता है और साथ ही शशांक राव जैसे संगठित श्रमिक नेतृत्व की मजबूती को दर्शाता है।
आगामी मुंबई महानगरपालिका (BMC) चुनावों में यह हार ठाकरे भाइयों की रणनीति और गठबंधन की उपयोगिता पर गंभीर असर डाल सकती है।

