मुंबई : 18 जुलाई से हड़ताल पर जा सकती हैं 30 हजार नर्सं; वर्तमान में संचालित अस्पतालों में नर्सों के 50 प्रतिशत पद रिक्त
Mumbai: 30 thousand nurses may go on strike from July 18; 50 percent of the nurse posts are vacant in the currently operating hospitals

सरकार द्वारा संविदा के आधार पर की जा रही नर्सों की नियुक्त और सातवें वेतन आयोग के क्रियान्वयन की अनदेखी का आरोप लगाते हुए राज्य के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में कार्यरत करीब 30 हजार नर्सों ने 18 जुलाई से हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। अगर नसें हड़ताल पर जाती हैं तो राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित होने की संभावना है।
मुंबई : सरकार द्वारा संविदा के आधार पर की जा रही नर्सों की नियुक्त और सातवें वेतन आयोग के क्रियान्वयन की अनदेखी का आरोप लगाते हुए राज्य के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में कार्यरत करीब 30 हजार नर्सों ने 18 जुलाई से हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। अगर नसें हड़ताल पर जाती हैं तो राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित होने की संभावना है।
मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों में आम तौर पर 500 नर्सों की आवश्यकता होती है। वर्तमान में संचालित अस्पतालों में नर्सों के 50 प्रतिशत पद रिक्त हैं। इसके कारण नर्सों पर काम का अतिरिक्त दबाव है। हालांकि सरकार इन पदों को भरने की अनदेखी कर रही है। इसके अलावा राज्य सरकार द्वारा पिछले साल शुरू किए गए 10 नए मेडिकल कॉलेजों में पदों को भरने के बजाय संविदा के आधार पर नर्सों की नियुक्ति की गई है।
इसलिए महाराष्ट्र राज्य नर्स एसोसिएशन नर्सों को संविदा के आधार पर नियुक्त करने के सरकार के फैसले का विरोध करेगी। वहीं सातवें वेतन आयोग को लेकर बख्शी और मुकेश खुल्लर नामक दो समितियों का गठन किया गया था। नर्स संगठनों ने दोनों समितियों के समक्ष अपने विचार प्रस्तुत किए थे। समिति ने भी इस पर सकारात्मक रुख अपनाया।