मुंबई : 185 लाख टन कचरे का निपटारा करने आईं तीन कंपनियां; अडानी को धारावी प्रोजेक्ट के लिए दिया गया है भूखंड
Mumbai: Three companies came to dispose of 185 lakh tons of waste; Adani has been given a plot for Dharavi project

देवनार डंपिंग ग्राउंड पर जमा हुए 185 लाख टन कचरे के बायोरिमेडिएशन से नष्ट करने का निर्णय लिया है। मनपा ने कचरे को नष्ट करने के लिए खुदाई, प्रोसेसिंग व छंटाई और निपटान के लिए 2,368 करोड़ रुपए का टेंडर निकाला है। मनपा द्वारा निकाले गए टेंडर पर तीन कंपनियों ने बोली लगाई है। देवनार डम्पिंग ग्राउंड पर जमा कचरे का निपटारा करने के बाद भूखंड अड़ानी को सौप दिया जाएगा।
मुंबई। देवनार डंपिंग ग्राउंड पर जमा हुए 185 लाख टन कचरे के बायोरिमेडिएशन से नष्ट करने का निर्णय लिया है। मनपा ने कचरे को नष्ट करने के लिए खुदाई, प्रोसेसिंग व छंटाई और निपटान के लिए 2,368 करोड़ रुपए का टेंडर निकाला है। मनपा द्वारा निकाले गए टेंडर पर तीन कंपनियों ने बोली लगाई है। देवनार डम्पिंग ग्राउंड पर जमा कचरे का निपटारा करने के बाद भूखंड अड़ानी को सौप दिया जाएगा।
बता दें कि राज्य सरकार ने देवनार डंपिंग ग्राउंड के 235 एकड़ जमीन में से 145 एकड़ जमीन अडानी को धारावी प्रोजेक्ट के लिए दी है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि देवनार में जमा 14 मंजिल ऊंचा कचरा जो करीब दो करोड़ मीट्रिक टन है। अडानी को दिए गए भूखंड पर जमा हुए 185 लाख टन कचरे का पहले निपटान किया जाना है। मनपा द्वारा कचरे का निपटान करने के लिए निकाले गए टेंडर की प्री-बिड मीटिंग में कुल 21 कंपनियों ने इस टेंडर में रुचि दिखाई थी। मनपा अधिकारियों का कहना है कि टेंडर की कड़ी शर्तों को देखते हुए ज्यादा बड़ी प्रतिक्रिया की उम्मीद नहीं थी।
शर्तों के अनुसार किसी भी तरह के जॉइंट वेंचर की अनुमति नहीं दी गई है और कुल 185 लाख टन कचरे की सफाई करना अनिवार्य है। मनपा ने यह टेंडर 14 मई को जारी किया था। इसके बाद तीन बार इसकी अंतिम तिथि बढ़ाई गई। इस प्रोजेक्ट की कुल अवधि तीन साल तय की गई है, जिसमें मशीनरी की तैनाती और मानसून का समय भी शामिल है। टेंडर को अगले सप्ताह खोला जाएगा और सबसे कम बोली लगाने वाली कंपनी को ठेका दिया जाएगा।