मुंबई : मनपा ने समुद्र के पानी को मीठा करने को फिर से निकाला टेंडर... वर्सोवा में लगेगा समुद्र का पानी मीठा करने का प्रोजेक्ट
Mumbai: Municipal Corporation again issued tender for sweetening of sea water... Project for sweetening of sea water will be set up in Versova
केंदीय मंत्री पीयूष गोयल के उत्तर मुंबई से सांसद चुने जाने के बाद इस प्रोजेक्ट की जरूरत को देखते हुए दोबारा इस प्रोजेक्ट को शुरू करने का निर्देश दिया। मनपा ने इसी के चलते समुद्र का पानी मीठा करने का दोबारा टेंडर प्रक्रिया शुरू की है। मनपा ने इस बार मनोरी की जगह वर्सोवा में समुद्र का पानी मीठा करने का प्लांट शुरू करने का निर्णय लिया है।
मुंबई : बढ़ती लोकसंख्या के कारण आने वाले दिन में पानी की बड़ी समस्या होने वाली है। बारिश नहीं होने पर पानी की समस्या और बढ़ सकती है। पानी की समस्या से निपटने के लिए मनपा ने समुद्र के पानी को मीठा करने का निर्णय लगभग पांच साल पहले लिया था। मनपा ने समुद्र का पानी मीठा करने के लिए उसकी फिसबिल्टी रिपोर्ट भी तैयार की और टेंडर भी किया। इसी बीच राजनीतिक विवाद के चलते मनपा ने इस प्रोजेक्ट को ही ठंडे बस्ते में डाल दिया था।
केंदीय मंत्री पीयूष गोयल के उत्तर मुंबई से सांसद चुने जाने के बाद इस प्रोजेक्ट की जरूरत को देखते हुए दोबारा इस प्रोजेक्ट को शुरू करने का निर्देश दिया। मनपा ने इसी के चलते समुद्र का पानी मीठा करने का दोबारा टेंडर प्रक्रिया शुरू की है। मनपा ने इस बार मनोरी की जगह वर्सोवा में समुद्र का पानी मीठा करने का प्लांट शुरू करने का निर्णय लिया है।
बता दे कि मनपा ने वर्सोवा में समुद्र का पानी मीठा करने का प्रोजेक्ट शुरू करने के लिए ईओआई मंगाया है। मनपा पहले मनोरी में 200 मिलियन लीटर प्रतिदिन क्षमता वाला संयंत्र स्थापित करने की योजना बनाई थी लेकिन यह प्रोजेक्ट पिछले 18 महीनों से विभिन्न कारणों से अटका हुआ था और मनपा ने पूरी तरह इस प्रोजेक्ट को रद्द करने का ही निर्णय लिया था। मनपा अब वर्सोवा में 200 एमएलडी क्षमता वाला प्लांट लगाने की तैयारी शुरू की है। और इसके लिए टेंडर प्रक्रिया आरंभकर दी गई है। मनोरी प्लांट में हो रही देरी के बावजूद मनपा वर्सोवा में दूसरा प्लांट शुरू करने की योजना पर काम कर रही है।
यह प्रोजेक्ट कुछ समय में शुरू होगा और इसमें निजी निवेश तथा तकनीकी कौशल का उपयोग किया जाएगा। जिससे मनपा पर आर्थिक भार कम होगा। अगर मनोरी और वर्सोवा दोनों प्रोजेक्ट शुरू होते हैं तो भविष्य में मुंबईकरों को समुद्र के पानी को शुद्ध कर पीने योग्य बनाने का विकल्प मिलेगा। समुद्र का पानी भले ही महंगा हो लेकिन शहरवासियों को पानी की किल्लत से राहत मिल सकेगी।

