मुंबई के बोरीवली से मुलुंड की दूरी एक घंटे में होगी पूरी... नया पुल बनाने का एलान !
The distance from Mumbai's Borivali to Mulund will be completed in one hour... Announcement of construction of a new bridge!
मुंबई में ट्रैफिक जाम की समस्या से निपटने के लिए नए पुल बनाए जा रहे हैं। इसी क्रम में पश्चिमी उपनगर में मालाड हिल रिजरवायर से लोखंडवाला कॉम्प्लेक्स को जोड़ने वाले अप्पा पाड़ा तक 18.30 मीटर डीपी रोड फेज वन विकसित किया जाएगा। पुल विभाग के एक बीएमसी अधिकारी के अनुसार इसके लिए डिजाइन, निर्माण, कंक्रीट ब्रिज, स्टील ब्रिज, टनल ब्रिज और सीमेंट कंक्रीट कवरिंग के निर्माण और 36.60 डीपी रोड के कार्य के लिए रिपोर्ट, प्रोजेक्ट रिपोर्ट, गुणवत्ता गारंटी, गुणवत्ता नियंत्रण और गुणवत्ता ऑडिट की समीक्षा के लिए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंट की नियुक्ति की जाएगी।
मुंबई: बोरीवली से मुलुंड के बीच सफर की दूरी एक घंटे में सिमट कर रह जाएगी। मालाड हिल रिजरवायर और लोखंडवाला कॉम्प्लेक्स के बीच बीएमसी ने 180 करोड़ रुपए की लागत से एक 900 मीटर लंबा पुल बनाने का फैसला किया है। इस पुल का निर्माण सीमेंट कंक्रीट से किया जाएगा। यह पुल गोरेगांव मुलुंड लिंक रोड से जुड़ा होगा। इससे बोरीवली और मुलुंड के बीच का सफर एक घंटे में पूरा किया जा सकेगा।
मुंबई में ट्रैफिक जाम की समस्या से निपटने के लिए नए पुल बनाए जा रहे हैं। इसी क्रम में पश्चिमी उपनगर में मालाड हिल रिजरवायर से लोखंडवाला कॉम्प्लेक्स को जोड़ने वाले अप्पा पाड़ा तक 18.30 मीटर डीपी रोड फेज वन विकसित किया जाएगा। पुल विभाग के एक बीएमसी अधिकारी के अनुसार इसके लिए डिजाइन, निर्माण, कंक्रीट ब्रिज, स्टील ब्रिज, टनल ब्रिज और सीमेंट कंक्रीट कवरिंग के निर्माण और 36.60 डीपी रोड के कार्य के लिए रिपोर्ट, प्रोजेक्ट रिपोर्ट, गुणवत्ता गारंटी, गुणवत्ता नियंत्रण और गुणवत्ता ऑडिट की समीक्षा के लिए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंट की नियुक्ति की जाएगी।
इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। गोरेगांव से पूर्वी उपनगर मुलुंड तक पहुंचने के लिए जीएमएलआर का निर्माण किया जा रहा है। इस नए फ्लाईओवर से ट्रैफिक समस्या से निजात मिलेगी। बोरीवली से मुलुंड पहुंचने में दो घंटे लगते हैं। नया पुल बनने से यह दूरी घटकर पौने घंटे से लेकर एक घंटे तक रह जाएगी। इससे न केवल समय बल्कि ईंधन की भी बचत होगी बल्कि इसका काम पूरा होने के बाद नागरिकों को ईस्टर्न एक्सप्रेसवे का उपयोग करने की आवश्यकता नहीं होगी।

