मुंबई : अंडरग्राउंड कूड़ेदान योजना; कूड़ेदान का सही इस्तेमाल न होने के कारण मनपा अब लागू नहीं करेगी
Mumbai: Underground dustbin scheme; Municipal Corporation to no longer implement due to improper use of dustbins
मनपा प्रशासन ने अस्पताल परिसर को साफ-सुथरा रखने के लिए वहां अंडरग्राउंड कूड़ेदान बनाने की योजना बनाई थी। मनपा ने केईएम अस्पताल सहित 12 अस्पतालों में इसकी शुरुआत की गए थी, लेकिन कूड़ेदान का सही इस्तेमाल न होने के कारण मनपा इस योजना को अब अन्य अस्पतालों में नहीं लागू करेगी। बता दें कि मनपा प्रशासन मुंबई में 4 मेडिकल कॉलेज और अस्पताल सहित 16 उपनगरीय अस्पताल, 6 स्पेशल अस्पताल 29 मेटरनिटी होम, 175 डिस्पेंसरी और 183 स्वास्थ्य केंद्र हैं।
मुंबई : मनपा प्रशासन ने अस्पताल परिसर को साफ-सुथरा रखने के लिए वहां अंडरग्राउंड कूड़ेदान बनाने की योजना बनाई थी। मनपा ने केईएम अस्पताल सहित 12 अस्पतालों में इसकी शुरुआत की गए थी, लेकिन कूड़ेदान का सही इस्तेमाल न होने के कारण मनपा इस योजना को अब अन्य अस्पतालों में नहीं लागू करेगी। बता दें कि मनपा प्रशासन मुंबई में 4 मेडिकल कॉलेज और अस्पताल सहित 16 उपनगरीय अस्पताल, 6 स्पेशल अस्पताल 29 मेटरनिटी होम, 175 डिस्पेंसरी और 183 स्वास्थ्य केंद्र हैं।
मनपा ने जब इस योजना को शुरू किया था तब कहा गया था कि उन्हें शिकायत मिलती है कि अस्पताल में रखे गए कचरे को कुत्ते और पक्षी फैला देते हैं। इससे मरीजों और परिजनों को दिक्कत होती है। इस समस्या के समाधान के लिए मनपा ने अंडरग्राउंड कूड़ेदान योजना बनाई थी।
मनपा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अस्पताल में अब कचरे की समस्या नहीं है, क्योंकि मनपा कचरा विभाग द्वारा दिन में दो बार मेडिकल वेस्ट उठाया जाता है इससे वहां गंदगी नहीं फैलती है। साथ ही कई अन्य कारण हैं जिस वजह से अब अस्पताल में अंडरग्राउंड कूड़ेदान बनाने की योजना स्थगित कर दी गई है।
मनपा स्वास्थ्य विभग के अधिकारी ने बताया कि अस्पताल में साफ़-सफाई का थर्ड पार्टी ऑडिट किया जाएगा। इसमें एक एनजीओ को जिम्मेदारी दी जाएगी कि वह सभी अस्पतालों का जाकर सफाई निरिक्षण करें और रेटिंग दें।

