मुंबई : एसटी आरक्षण व्यवस्था ठप; दिवाली के पहले अपने गांव जाने वाले यात्रियों को अनावश्यक परेशानी

Mumbai: ST reservation system stalled; passengers travelling to their villages before Diwali face unnecessary inconvenience

मुंबई : एसटी आरक्षण व्यवस्था ठप; दिवाली के पहले अपने गांव जाने वाले यात्रियों को अनावश्यक परेशानी

अक्सर दिवाली की छुट्टियों में हर साल लोग एसटी बस से अपने गांव जाते हैं, लेकिन हर बार की तरह इस बार भी यात्रियों को अपने गांव पहुंचना मुश्किल लग रहा है। दिवाली के पहले अपने गांव जाने वाले एसटी यात्रियों को अनावश्यक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम ने जो सोच कर यात्रियों की टिकट बुकिंग के लिए नियम निकाला वो अब यात्रियों के लिए सुविधाजनक कम और मुश्किल बढ़ाने का काम ज्यादा कर रहा है।

मुंबई : अक्सर दिवाली की छुट्टियों में हर साल लोग एसटी बस से अपने गांव जाते हैं, लेकिन हर बार की तरह इस बार भी यात्रियों को अपने गांव पहुंचना मुश्किल लग रहा है। दिवाली के पहले अपने गांव जाने वाले एसटी यात्रियों को अनावश्यक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम ने जो सोच कर यात्रियों की टिकट बुकिंग के लिए नियम निकाला वो अब यात्रियों के लिए सुविधाजनक कम और मुश्किल बढ़ाने का काम ज्यादा कर रहा है। एसटी आरक्षण व्यवस्था ठप होने से सिर्फ यात्री जूझ रहे हैं बल्कि यात्रियों के साथ-साथ एसटी निगम भी आरक्षण व्यवस्था ठप होने की समस्या से जूझ रहा है। साथ ही, कर्मचारी और यात्री नई व्यवस्था से निराश नजर आ रहे हैं। अब सवाल यह उठता है कि अब यात्री यात्रा कैसे करें ?

 

Read More भिवंडी : 24 करोड़ रुपए का जीएसटी रिफंड हड़पने वाला ठग गिरफ्तार

Read More नवी मुंबई में 170 करोड़ की लागत से बने इस्कॉन मंदिर का उद्घाटन करेंगे पीएम मोदी

परेशानी बढ़ने के कारण
निगम ने दो साल पहले एसटी आरक्षण प्रणाली के सॉफ्टवेयर और कंपनी में बदलाव किया था। इसके जरिए पुरानी आरक्षण प्रणाली की जगह नई आरक्षण प्रणाली लागू की गई थी। हालांकि, यह प्रणाली सुविधाजनक होने के बजाय और जटिल होती जा रही है। दिवाली से ठीक पहले आरक्षण प्रणाली पूरी तरह से बंद हो गई है, जिससे यात्रियों को अनावश्यक असुविधा हो रही है। नई प्रणाली से लागत भी बढ़ गई। पहले, कर्मचारियों को मेमो प्रिंट करके यात्रियों को देने के लिए एक पेपर शीट की जरूरत होती थी। अब, एक मेमो प्रिंट करने के लिए तीन पेपर शीट की जरूरत पड़ती है। इससे लागत भी बढ़ गई है।

Read More घाटकोपर में स्काईवॉक से युवक ने फांसी लगाकर की आत्महत्या !

 

हर साल होती है परेशानी
गांव जाने वाले यात्रियों में से सूरज सावंत ने बताया हम गांव जाने के लिए दादर में एसटी बस के लिए लगभग दो घंटे तक इंतजार किए ये सोच कर कि हमारी ऑनलाइन टिकिट बुक हो जाएगी लेकिन नहीं हो पाया, हम हर साल दिवाली में घर जाते हैं और हर साल कुछ न कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ता है। हम यात्रियों के लिए महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम को कोई आसान सुविधा की व्यवस्था करनी चाहिए।

Read More मुंबई : शेयर बाजार में निवेश पर आकर्षक रिटर्न का वादा करके एक महिला से कथित तौर पर 2.85 करोड़ रुपये की ठगी