मुंबई : अंतरराज्यीय धोखाधड़ी गिरोह का भंडाफोड़; करके ई-कॉमर्स कंपनियों को ठग रहा था
Mumbai: Inter-state fraud gang busted for duping e-commerce companies
मुंबई पुलिस की अपराध शाखा इकाई-8 ने एक अंतरराज्यीय धोखाधड़ी गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो डिलीवरी बॉक्स पर बारकोड की चालाकी से अदला-बदली करके ई-कॉमर्स कंपनियों को ठग रहा था। आरोपियों की पहचान पंकजकुमार हरिराम जिंदल (32), व्यवसाय: खेती, निवासी कस्बा सुरवाचैन, सिरसा, हरियाणा, विजयकुमार महेंद्रसिंह सहारन (32), व्यवसाय: ड्राइवर, निवासी रामपुरा, पोस्ट थाना, तालुका हांसी, जिला हिसार, हरियाणा, शमशेर सिंह रघुवीर एलन (32), व्यवसाय: खेती, निवासी रामपुरा, पोस्ट थाना, तालुका हांसी, हिसार, हरियाणा और सुमंतकुमार दौराम साहू (29), व्यवसाय: ड्राइवर और डिलीवरी कर्मचारी, निवासी रणबोड़, वार्ड क्रमांक 8, तालुका नवागढ़, बेमेतरा, छत्तीसगढ़ के रूप में हुई है।
मुंबई : मुंबई पुलिस की अपराध शाखा इकाई-8 ने एक अंतरराज्यीय धोखाधड़ी गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो डिलीवरी बॉक्स पर बारकोड की चालाकी से अदला-बदली करके ई-कॉमर्स कंपनियों को ठग रहा था। आरोपियों की पहचान पंकजकुमार हरिराम जिंदल (32), व्यवसाय: खेती, निवासी कस्बा सुरवाचैन, सिरसा, हरियाणा, विजयकुमार महेंद्रसिंह सहारन (32), व्यवसाय: ड्राइवर, निवासी रामपुरा, पोस्ट थाना, तालुका हांसी, जिला हिसार, हरियाणा, शमशेर सिंह रघुवीर एलन (32), व्यवसाय: खेती, निवासी रामपुरा, पोस्ट थाना, तालुका हांसी, हिसार, हरियाणा और सुमंतकुमार दौराम साहू (29), व्यवसाय: ड्राइवर और डिलीवरी कर्मचारी, निवासी रणबोड़, वार्ड क्रमांक 8, तालुका नवागढ़, बेमेतरा, छत्तीसगढ़ के रूप में हुई है।
एक गुप्त सूचना के आधार पर, क्राइम ब्रांच यूनिट 8 ने एक अंतरराज्यीय गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया, जिनमें एक डिलीवरी बॉय भी शामिल है। ये गिरोह एक ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर रिफंड धोखाधड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार, यह गिरोह डिलीवरी प्रक्रिया में हेराफेरी करने के लिए डिलीवरी कर्मचारियों के साथ मिलीभगत करता था। वे महंगी और सस्ती, दोनों तरह की वस्तुओं के लिए कई ऑनलाइन ऑर्डर देते थे। महंगे उत्पाद से बारकोड स्टिकर हटाकर सस्ते उत्पाद पर चिपका देते थे। बाद में, वे "गलत ऑर्डर" का हवाला देकर महंगी वस्तु की डिलीवरी लेने से इनकार कर देते थे, जिससे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म को रिफंड जारी करना पड़ता था। इस तरह, धोखेबाज महंगी वस्तु को अपने पास रखते हुए रिफंड की रकम हड़प लेते थे, जिससे कंपनियों को भारी आर्थिक नुकसान होता था।
एक गुप्त सूचना के आधार पर, क्राइम ब्रांच की टीम ने 6 अक्टूबर को बोरीवली में जाल बिछाया और तीन आरोपियों को एक डिलीवरी टेम्पो के अंदर बारकोड बदलते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। जाँच में पता चला कि दो आरोपी हरियाणा के रहने वाले हैं, जबकि तीसरा छत्तीसगढ़ का रहने वाला है। पुलिस ने उनके कब्ज़े से ₹45 लाख का सामान ज़ब्त किया है, जिसमें ₹34 लाख मूल्य के इलेक्ट्रॉनिक सामान, ₹7 लाख मूल्य का एक टाटा टेंपो और ₹4 लाख मूल्य की एक हुंडई कार शामिल है।

