मुंबई पुलिस ने आम लोगों के लिए: सरल और उपयोगी फॉर्मूला 'एबीसीडी ऑफ साइबर सेफ्टी' जारी किया
Mumbai Police released a simple and useful formula 'ABCD of Cyber Safety' for common people
बढ़ते साइबर अपराधों को देखते हुए मुंबई पुलिस और साइबर सुरक्षा एजेंसियां लगातार लोगों को जागरूक कर रही हैं। इसी क्रम में एक सरल और उपयोगी फॉर्मूला मुंबई पुलिस ने आम लोगों के लिए जारी किया है जिसे 'एबीसीडी ऑफ साइबर सेफ्टी' कहा जा रहा है। इसका उद्देश्य आम नागरिकों को डिजिटल फ्रॉड से सुरक्षित रखना है। इसे मुंबई पुलिस सोशल मीडिया के जरिए आम जनता तक पहुंचाने का काम कर रही है।
मुंबई: : बढ़ते साइबर अपराधों को देखते हुए मुंबई पुलिस और साइबर सुरक्षा एजेंसियां लगातार लोगों को जागरूक कर रही हैं। इसी क्रम में एक सरल और उपयोगी फॉर्मूला मुंबई पुलिस ने आम लोगों के लिए जारी किया है जिसे 'एबीसीडी ऑफ साइबर सेफ्टी' कहा जा रहा है। इसका उद्देश्य आम नागरिकों को डिजिटल फ्रॉड से सुरक्षित रखना है। इसे मुंबई पुलिस सोशल मीडिया के जरिए आम जनता तक पहुंचाने का काम कर रही है। इसलिए मुंबई पुलिस की साइबर सेल ने लोगों से इस फार्मूले को रटने और इस पर अमल करने की अपील की है।
क्या है 'एबीसीडी ऑफ साइबर सेफ्टी' फार्मूला
मुंबई पुलिस ने इंग्लिश के शुरुआती चार अक्षर यानी 'A' 'B' 'C' और 'D' को साइबर फ्रॉड से बचने के लिए इस्तेमाल किया है, जो निम्नलिखित हैं। इसे एबीसीडी ऑफ साइबर सेफ्टी' फार्मूला नाम दिया गया है।
A फॉर अवॉइड शेयरिंग पर्सनल डिटेल्स (निजी जानकारी साझा करने से बचें)
मुंबई पुलिस ने साइबर फ्रॉड से बचने के लिए ऑनलाइन किसी भी प्लेटफॉर्म पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी जैसे आधार नंबर, बैंक डिटेल्स या पासवर्ड साझा नहीं करने की अपील की है।
B फॉर बीवेयर ऑफ अननाउन लिंक्स एंड ईमेल्स (अज्ञात लिंक और ईमेल से सावधान रहे)
पुलिस का कहना है कि फोन पर आने वाले किसी भी अनजान ईमेल या लिंक पर क्लिक करने से पहले अच्छी तरह उसकी जांच कर लें, क्योंकि साइबर ठगी का सबसे आसान तरीका यही लेकर इमेल होते हैं ।
C फॉर क्रिएट स्ट्रांग पासवर्ड– (मजबूत पासवर्ड बनाएं)
साइबर पुलिस ने सलाह दी है कि हर अकाउंट के लिए अलग और मजबूत पासवर्ड रखें। इस पासवर्ड को यूनिक बनाने के लिए इसमें बड़े और छोटे अक्षरों, अंकों और विशेष चिन्हों का प्रयोग करें।
D फॉर डॉयल 1930 (साइबर फ्रॉड होने आपातकालीन नंबर डायल करें)
यदि आप साइबर ठगी का शिकार हो जाते हैं, तो तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल कर अपनी शिकायत दर्ज कराएं। क्योंकि, घटना घटने के शुरुआती डेढ़ से दो घंटे गोल्डन आवर माने जाते हैं।

