मुंबई से कोंकण जाने वालों के लिए बड़ी सौगात, 1 सितंबर से चलेगी रो-रो फेरी
A big gift for those traveling from Mumbai to Konkan, Ro-Ro ferry will start from September 1
गणेश चतुर्थी पर राज्य सरकार ने कोंकणवासियों के लिए बड़ा तोहफा दिया है. मुंबई के भाऊचा धक्का (फेरी व्हार्फ) से रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग तक अब रो-रो (रोल-ऑन/रोल-ऑफ) फेरी सेवा शुरू होने जा रही है. यह सेवा 1 सितंबर से मौसम स्थिर होने के बाद शुरू होगी. खास बात यह है कि यह फेरी 25 नॉट की रफ्तार से चलेगी और दक्षिण एशिया की सबसे तेज फेरी सेवा होगी.
मुंबई : गणेश चतुर्थी पर राज्य सरकार ने कोंकणवासियों के लिए बड़ा तोहफा दिया है. मुंबई के भाऊचा धक्का (फेरी व्हार्फ) से रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग तक अब रो-रो (रोल-ऑन/रोल-ऑफ) फेरी सेवा शुरू होने जा रही है. यह सेवा 1 सितंबर से मौसम स्थिर होने के बाद शुरू होगी. खास बात यह है कि यह फेरी 25 नॉट की रफ्तार से चलेगी और दक्षिण एशिया की सबसे तेज फेरी सेवा होगी.
12 घंटे की सड़क यात्रा अब सिर्फ 3 से 5.5 घंटे
अभी तक मुंबई से रत्नागिरी या सिंधुदुर्ग पहुंचने में 10 से 12 घंटे लगते हैं. लेकिन इस फेरी के शुरू होने के बाद सफर महज 3 से 5.5 घंटे में पूरा हो जाएगा. रत्नागिरी के जयगढ़ तक का समय 3 से 3.5 घंटे और सिंधुदुर्ग के विजयदुर्ग तक का समय 5 से 5.5 घंटे होगा. एम2एम प्रिंसेस नाम की यह फेरी एक बार में 656 यात्रियों को लेकर जा सकती है. इसके अलावा 50 चारपहिया गाड़ियां और 30 दोपहिया वाहन भी समा सकते हैं. साइकिल से लेकर बड़ी बस तक ले जाने की सुविधा इसमें होगी.
कितना होगा किराया
इकोनॉमी क्लास के लिए 2,500 रुपए, प्रीमियम इकोनॉमी के लिए 4,000 रुपए, बिजनेस क्लास के लिए 7,500 रुपए, फर्स्ट क्लास का किराया 9,000 रुपए रखा गया है. वहीं कार के लिए 6,000, बाइक के लिए 1,000, साइकिल के लिए 600, मिनीबस के लिए 13,000, 30 सीटर बस के लिए 14,500, 45 सीटर बस के लिए 17,000, बड़ी बस के लिए 21,000 का किराया रहेगा.
किराए को लेकर क्या बोले मंत्री
बंदरगाह मंत्री नितेश राणे ने कहा कि किराया भले ही ज्यादा लगे, लेकिन समय की बचत अमूल्य है. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जो लोग मुंबई से सिंधुदुर्ग के चिपी हवाई अड्डे तक जाते हैं, वे 18 से 27 हजार रुपये तक का हवाई टिकट भी खरीदते हैं.
आगे और कहां तक पहुंचेगी सेवा
शुरुआत में यह सेवा रत्नागिरी के जयगढ़ और सिंधुदुर्ग के विजयदुर्ग तक जाएगी. जयगढ़ की जेट्टी शहर से करीब 40 किलोमीटर दूर है. यात्रियों की सुविधा के लिए रत्नागिरी तक 4-5 बसें उपलब्ध कराई जाएंगी. भविष्य में जेट्टी को सीधे रत्नागिरी टर्मिनल तक बढ़ाया जाएगा. साथ ही श्रीवर्धन और मांडवा जैसे ठिकानों को भी जोड़ा जाएगा.
30 साल बाद कोंकण में लौटी रो-रो सेवा
राणे ने कहा, “यह ऐतिहासिक क्षण है. 30 साल बाद कोंकण में रो-रो फेरी सेवा लौट रही है.” उन्होंने बताया कि इस परियोजना के लिए 147 अनुमतियां मिल चुकी हैं, जिनमें डीजी शिपिंग और मुंबई पोर्ट ट्रस्ट जैसी एजेंसियां शामिल हैं. मुंबई-गोवा हाईवे की खराब स्थिति को लेकर जब सवाल पूछा गया तो राणे ने कहा, “हम लगातार इस मुद्दे को उठा रहे हैं. उम्मीद है कि अगले गणपति सीजन तक हालात बेहतर होंगे.”

