संजय राउत के बीएमसी चुनाव से जुड़े बयान से माहौल गर्म
The atmosphere got heated due to Sanjay Raut's statement related to BMC elections
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव का चैप्टर अभी पूरी तरह बंद नहीं हुआ है लेकिन दूसरी तरफ बीएमसी चुनाव को लेकर सियासत तेज हो गई है। संजय राउत के बीएमसी चुनाव से जुड़े बयान ने माहौल गर्म कर दिया है। अब राउत के बयान पर एनसीपी शरद पवार गुट के नेता का तीखा रिएक्शन भी देखने को मिला है। एनसीपी शरद पवार गुट के प्रदेश अध्यक्ष की तरफ से क्या कुछ कहा गया, उन्होंने संजय राउत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए क्या कुछ सवा पूछे, यह हम जानेंगे लेकिन उससे पहले यह जान लें कि संजय राउत ने क्या कुछ कहा था। जिससे इस पूरे मामले को आसानी से समझा जा सके।
मुंबई: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव का चैप्टर अभी पूरी तरह बंद नहीं हुआ है लेकिन दूसरी तरफ बीएमसी चुनाव को लेकर सियासत तेज हो गई है। संजय राउत के बीएमसी चुनाव से जुड़े बयान ने माहौल गर्म कर दिया है। अब राउत के बयान पर एनसीपी शरद पवार गुट के नेता का तीखा रिएक्शन भी देखने को मिला है। एनसीपी शरद पवार गुट के प्रदेश अध्यक्ष की तरफ से क्या कुछ कहा गया, उन्होंने संजय राउत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए क्या कुछ सवा पूछे, यह हम जानेंगे लेकिन उससे पहले यह जान लें कि संजय राउत ने क्या कुछ कहा था। जिससे इस पूरे मामले को आसानी से समझा जा सके।
क्या है संजय राउत का बयान
आज शनिवार 21 दिसंबर को शिवसेना यूबीटी नेता संजय राउत ने संकेत दिया कि उनकी पार्टी बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनाव अकेले लड़ सकती है। राउत ने पत्रकारों से कहा कि पार्टी कार्यकर्ता संगठन से स्थानीय निकाय चुनाव अकेले लड़ने पर जोर दे रहे हैं क्योंकि इस बार लोकसभा या राज्य विधानसभा चुनावों की तुलना में अधिक दावेदार हैं। मुंबई में बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनाव को लेकर महाराष्ट्र में राजनीति गरमा गई है। अब शिवसेना यूबीटी सांसद संजय राउत के बीएमसी चुनाव अकेले लड़ने के संकेत पर एमवीए में शामिल शरद पवार गुट की प्रतिक्रिया सामने आई है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल का कहना है कि अगर उन्होंने ऐसा कहा है तो मैं उनसे सवाल करूंगा।
क्या बोले शरद पवार गुट के नेता
पत्रकारों से बात करते हुए जयंत पाटिल ने कहा, “मैं उनसे पूछूंगा कि उन्होंने ऐसा फैसला क्यों लिया। मुझे बताया गया है कि उन्होंने कहा कि वे यानी शिवसेना यूबीटी अकेले चुनाव लड़ सकते हैं, न कि वे अकेले लड़ेंगे।” फिलहाल इस मुद्दे पर और भी राजनीतिक बवाल मचने की संभावना है।

