नई दिल्ली : सरकार वोट चोरी से बनी हो, क्या उसका इरादा कभी जनसेवा हो सकता है? - राहुल गांधी
New Delhi: If a government is formed by stealing votes, can its intention ever be to serve the people? - Rahul Gandhi
राहुल गांधी ने मोदी सरकार और चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं आप सभी से एक सीधा सवाल पूछना चाहता हूं, जो सरकार वोट चोरी से बनी हो, क्या उसका इरादा कभी जनसेवा हो सकता है? नहीं ना! उन्हें आपके वोट की ज़रूरत ही नहीं, इसलिए आपकी समस्याओं की परवाह भी नहीं।
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी लगातार वोट चोरी के मामले को उठा रहे हैं। वोट चोरी के कथित आरोपों के खिलाफ राहुल गांधी बिहार में वोटर अधिकार यात्रा निकाल रहे हैं। इसी दौरान गुरुवार को राहुल गांधी ने कहा कि, जो सरकार वोट चोरी से बनी हो, क्या उसका इरादा कभी जनसेवा हो सकता है?
नई दिल्ली : राहुल गांधी ने मोदी सरकार और चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं आप सभी से एक सीधा सवाल पूछना चाहता हूं, जो सरकार वोट चोरी से बनी हो, क्या उसका इरादा कभी जनसेवा हो सकता है? नहीं ना! उन्हें आपके वोट की ज़रूरत ही नहीं, इसलिए आपकी समस्याओं की परवाह भी नहीं।
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी लगातार वोट चोरी के मामले को उठा रहे हैं। वोट चोरी के कथित आरोपों के खिलाफ राहुल गांधी बिहार में वोटर अधिकार यात्रा निकाल रहे हैं। इसी दौरान गुरुवार को राहुल गांधी ने कहा कि, जो सरकार वोट चोरी से बनी हो, क्या उसका इरादा कभी जनसेवा हो सकता है?
राहुल गांधी ने मोदी सरकार और चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं आप सभी से एक सीधा सवाल पूछना चाहता हूं, जो सरकार वोट चोरी से बनी हो, क्या उसका इरादा कभी जनसेवा हो सकता है? नहीं ना! उन्हें आपके वोट की जरूरत ही नहीं, इसलिए आपकी समस्याओं की परवाह भी नहीं। आज की स्थिति आपके सामने है - रिकॉर्ड तोड़ बेरोजगारी के कारण युवाओं के भविष्य बर्बाद हो रहे हैं। सरकार पूंजीपतियों के खजाने भरती रही!
राहुल ने ट्वीट कर लिखा कि नीट, एसएससी, पेपर लीक जैसे घोटालों ने लाखों छात्रों के करियर तबाह कर दिए। सरकार ने मुंह ही फेर लिया! महंगाई आसमान छू रही है, जिससे आम आदमी का जीना दूभर हो गया है। मगर, सरकार टैक्स बढ़ाती गई! रेल हादसों और सड़कों, पुलों जैसे बुनियादी ढांचों के टूटने में सैकड़ों निर्दोष लोगों की असमय मृत्यु हुई। मगर सरकार ने जवाबदेही तक नहीं तय की।
आतंकवादी घटनाओं को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा, पहलगाम से लेकर मणिपुर तक आतंक और हिंसा की घटनाएं हुईं - सैकड़ों लोग मरे। सरकार ने ज़िम्मेदारी तक नहीं ली! नोटबंदी, कोरोना और किसान आंदोलन में लाखों लोगों की जान गई। प्रधानमंत्री ने सहायता तो दूर, संवेदना तक नहीं दिखाई! क्यों? क्योंकि यह सरकार आपकी चुनी नहीं, वोट चोरी से बनी है। आप जिएं, मरें, तड़पते रहें - इन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। इन्हें भरोसा है कि जनता वोट दे या न दे, वो चोरी से फिर सत्ता में आ ही जाएंगे।
वोट चोरी को लेकर राहुल ने आगे लिखा, साफ-सुथरी वोटर लिस्ट स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की बुनियाद है। अपने मताधिकार को यूं जाने मत दीजिए - क्योंकि आपके सारे अधिकार इसी बुनियाद पर टिके हैं। अपनी सरकार चुनिए - जो सचमुच आपकी हो, आपकी जिम्मेदारी उठाए और आपके प्रति जवाबदेह हो। भारत माता और देश के संविधान की रक्षा अपने वोट से कीजिए।

