मुंबई पुलिस की सख्त कार्रवाई: ड्रग्स गिरोह पर पहली बार लागू हुआ MCOCA
Mumbai Police takes strict action: MCOCA applied for the first time on drug gang
मुंबई पुलिस ने ड्रग्स रैकेट पर पहली बार MCOCA लागू किया। 766 ग्राम मिफेड्रोन बरामद, तीन आरोपी नामजद — संगठित अपराध के खिलाफ बड़ी कार्रवाई।
मुंबई : मुंबई पुलिस ने एमसीओसीए (Maharashtra Control of Organised Crime Act) का ड्रग्स तस्करी के खिलाफ पहली बार उपयोग किया है — संशोधन के बाद यह सर्वप्रथम मामला है। यह कार्रवाई 10 जुलाई 2025 को विधानसभा द्वारा पारित किए गए उस विधेयक की परिणति है, जिसने मादक पदार्थों से जुड़े संगठित अपराध को कानून के तहत कड़ी कार्रवाई के दायरे में लाया था।
गिरफ्तारी व बरामदगी
7 अगस्त 2025 को मुंबई के बांद्रा क्राइम ब्रांच की एंटी-नारकोटिक्स सेल ने 24 वर्षीय अदनान शेख को गिरफ्तार किया। उसके कब्जे से 766 ग्राम मेफेड्रोन बरामद हुई, जिसकी अनुमानित कीमत लगभग ₹2 करोड़ बतायी गई है।
गिरोह की संरचना
जांच के दौरान पता चला कि ड्रग्स की आपूर्ति अदनान को गैंग लीडर जमीर अहमद अंसारी (उर्फ बोका) द्वारा की जाती थी। अंसारी पर पहले से ही सात आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें से पांच एनडीपीएस एक्ट के तहत हैं।
अदनान के ड्रग्स रैकेट में शामिल होने के पीछे उनकी अपनी बुआ कायनात शेख का हाथ था, जिन्होंने जेल में बंद अपने पति से इस व्यापार को संभाला था।
पुलिस ने जमीर को गिरोह का मस्तरा (गैंग लीडर) बताया है, जो संगठित नेटवर्क के माध्यम से नशा तस्करी का दायरा बढ़ाने की योजना बना रहा था।
एमसीओसीए की धाराओं के तहत चार्जिंग
पुलिस ने तीनों—जमीर अहमद अंसारी, कायनात शेख और अदनान शेख—के खिलाफ एमसीओसीए की धारा 3(1)(ii), 3(2), और 3(4) के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। यह मामला महाराष्ट्र में संशोधित कानून के तहत ड्रग तस्करी में एमसीओसीए लगाने वाला पहला है।
कानूनी पहलू और महत्व
पहले ड्रग्स मामले में एमसीओसीए लागू करने से यह स्पष्ट संदेश गया है कि ड्रग्स रैकेट अब संगठित अपराध के स्तर पर चिन्हित होंगे। इससे आरोपियों की जमानती नीति कठिन हो जाएगी और अदालत परीक्षण प्रक्रिया भी कड़ी होगी।
निष्कर्ष
संशोधन की जरूरत: ड्रग पेडलिंग पर नियंत्रण लाने तथा इसके संगठित रूप को कानूनी रूप से कवर करने के लिए एमसीओसीए में संशोधन किया गया।
पहली कार्रवाई: अदनान शेख की गिरफ्तारी व मेफेड्रोन की बरामदगी के साथ तीन आरोपियों पर एमसीओसीए की धाराएँ लगाना इस कानून का पहली बार ड्रग्स मामले में प्रयोग है।
दमन की दिशा: यह कार्रवाई अन्य ड्रग्स रैकेटों पर सख्त संदेश भेजती है— कि अब मुंबई में ड्रग्स व्यापार संगठित अपराध की श्रेणी में आएगा और उसके खिलाफ निर्णायक कार्रवाई होगी

