मुंबई : ईडी ने अहमदाबाद, जयपुर, जबलपुर और पुणे स्थित कई कैंपसों में की छापेमारी; फर्जी कॉल सेंटर चलाने में शामिल 8 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज

Mumbai: ED raids several campuses in Ahmedabad, Jaipur, Jabalpur and Pune; FIR registered against 8 people involved in running fake call center

मुंबई : ईडी ने अहमदाबाद, जयपुर, जबलपुर और पुणे स्थित कई कैंपसों में की छापेमारी; फर्जी कॉल सेंटर चलाने में शामिल 8 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के मुंबई जोन ऑफिस ने शनिवार को अहमदाबाद, जयपुर, जबलपुर और पुणे स्थित कई कैंपसों में छापेमारी की। मेसर्स मैग्नेटेल बीपीएस कंसल्टेंट्स एंड एलएलपी द्वारा की गई साइबर फ्रॉड गतिविधियों की चल रही जांच के सिलसिले में यह तलाशी अभियान चला। पुणे साइबर पुलिस ने मेसर्स मैग्नेटेल बीपीएस कंसल्टेंट्स एंड एलएलपी नाम से एक फर्जी कॉल सेंटर चलाने में शामिल 8 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।

मुंबई : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के मुंबई जोन ऑफिस ने शनिवार को अहमदाबाद, जयपुर, जबलपुर और पुणे स्थित कई कैंपसों में छापेमारी की। मेसर्स मैग्नेटेल बीपीएस कंसल्टेंट्स एंड एलएलपी द्वारा की गई साइबर फ्रॉड गतिविधियों की चल रही जांच के सिलसिले में यह तलाशी अभियान चला। पुणे साइबर पुलिस ने मेसर्स मैग्नेटेल बीपीएस कंसल्टेंट्स एंड एलएलपी नाम से एक फर्जी कॉल सेंटर चलाने में शामिल 8 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने इस एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की। पुणे स्थित प्राइड आइकॉन बिल्डिंग की 9वीं

 

Read More साइबर सेल ने ऑनलाइन धोखाधड़ी में तीन लोगों द्वारा खोए 18.43 लाख रुपये से अधिक की सामूहिक राशि वापस कराने में कामयाबी हासिल की

मंजिल से यह कॉल सेंटर संचालित होता था, जहां से फर्जी लोन के माध्यम से अमेरिकी नागरिकों को निशाना बनाने का काम चलता था।
ईडी की प्रारंभिक जांच के अनुसार, आरोपी बैंकों के कर्मचारी बनकर फर्जी लोन देने के लिए फोन करते थे और फिर अमेरिकी नागरिकों के बैंक खाते के डिटेल्स एवं अन्य क्रेडेंशियल प्राप्त कर लेते थे।

Read More भिवंडी में दहेज के लिए पत्नी को बेल्ट से पीटने वाले पति समेत सास और ननद पर केस दर्ज...

इन विवरणों का इस्तेमाल मनी ट्रांसफर करने के लिए किया गया। धोखाधड़ी की गई रकम, जिसका अनुमानित मूल्य लाखों अमेरिकी डॉलर है, संयुक्त राज्य अमेरिका स्थित सहयोगियों के माध्यम से भेजी गई और बाद में उसे क्रिप्टोकरेंसी में परिवर्तित कर दिया गया। इस प्रकार प्राप्त डिजिटल संपत्तियों को ट्रस्ट वॉलेट और एक्सोडस वॉलेट सहित क्रिप्टो वॉलेट में एकत्रित किया जाता था।

Read More विरार में लगी भीषण आग; दमकल कर्मियों ने फायर बम की मदद से डेढ़ घंटे में आग पर काबू पाया