ईद-ए-मिलादुन्नबी पर 1500 साल पूरे, विशेष तैयारी की मांग – सामाजिक कार्यकर्ता व पत्रकार फैसल शेख की अपील
Eid-e-Miladunnabi completes 1500 years, demand for special preparations – appeal by social worker and journalist Faisal Shaikh
ईद-ए-मिलादुन्नबी के 1500 साल पूरे होने पर सामाजिक कार्यकर्ता व पत्रकार फैसल शेख संपादक रोकठोक लेखनी न्यूज़पेपर & अध्य्क्ष सबरी ह्यूमन वेलफेयर फाउंडेशन (संसता) ने महाराष्ट्र सरकार और BMC से अपील की है कि जैसे गणेशोत्सव व अन्य त्योहारों को अतिरिक्त समय दिया जाता है, वैसे ही जुलूस और कार्यक्रमों के लिए ईद-ए-मिलाद पर भी समय और विशेष अनुमति दी जाए। साथ ही इस ऐतिहासिक मौके को यादगार बनाने के लिए सरकारी फंड का प्रावधान करने की मांग की गई है।
मुंबई। इस वर्ष ईद-ए-मिलादुन्नबी (Milad-un-Nabi) का पर्व ऐतिहासिक रूप से बेहद खास होने जा रहा है, क्योंकि इस अवसर पर हज़रत मोहम्मद साहब की पैदाइश को 1500 साल पूरे हो रहे हैं। इसको देखते हुए सामाजिक कार्यकर्ता व पत्रकार फैसल शेख संपादक रोकठोक लेखनी न्यूज़पेपर & अध्य्क्ष सबरी ह्यूमन वेलफेयर फाउंडेशन (संसता) ने महाराष्ट्र सरकार और मुंबई महानगरपालिका (BMC) से विशेष व्यवस्था करने की अपील की है।
फैज़ल शेख ने कहा कि जिस तरह अन्य धार्मिक त्योहारों जैसे गणेशोत्सव, नवरात्रि और दही हांडी में आयोजन को लेकर अतिरिक्त समय और सहयोग दिया जाता है, उसी तरह ईद-ए-मिलादुन्नबी के मौके पर भी जुलूस और धार्मिक कार्यक्रमों के लिए अतिरिक्त समय और विशेष अनुमति दी जानी चाहिए।
उन्होंने यह भी अनुरोध किया कि इस ऐतिहासिक वर्ष के मद्देनज़र महाराष्ट्र सरकार को चाहिए कि बीएमसी के माध्यम से विशेष फंड उपलब्ध कराया जाए, जिससे बड़े पैमाने पर जुलूस, सजावट, रोशनी और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा सके।
फैज़ल शेख ने कहा कि ईद-ए-मिलादुन्नबी न केवल मुस्लिम समाज के लिए, बल्कि पूरे मानव समाज के लिए शांति और भाईचारे का संदेश लेकर आती है। ऐसे में 1500वें साल के इस मौके को ऐतिहासिक और यादगार बनाने के लिए सरकार को सहयोग करना चाहिए।
मुंबई और महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में मुस्लिम समाज ने भी सरकार से अपील की है कि इस वर्ष जुलूस और कार्यक्रमों के आयोजन के लिए विशेष अनुमति, अतिरिक्त समय और वित्तीय सहयोग उपलब्ध कराया जाए, ताकि उत्सव शांति और उल्लास के साथ मनाया जा सके।

