पूर्व BMC कमिश्नर इक़बाल सिंह चहल को बड़ी जिम्मेदारी...
Former BMC commissioner Iqbal Singh Chahal has been given a big responsibility...
इकबाल सिंह चहल महाराष्ट्र कैडर के 1989 बैच के IAS अफसर हैं. उन्हें कई बड़े पदों पर काम करने का लंबा अनुभव है. उन्होंने अपने पूरे करियर के दौरान महाराष्ट्र सरकार और राष्ट्रीय स्तर पर अलग-अलग कई अहम पदों पर काम किया है. वो बीएमसी के कमिश्नर के तौर पर भी काम कर चुके हैं. वो कई जिलों के डीएम के पद पर भी काम कर चुके हैं.
मुंबई : महाराष्ट्र के वरिष्ठ आईएएस ऑफिसर और पूर्व BMC कमिश्नर इक़बाल सिंह चहल को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है. उन्हें राज्य में अपर मुख्य सचिव गृह बनाया गया है. इकबाल सिंह चहल महाराष्ट्र कैडर के 1989 बैच के IAS अफसर हैं. उन्हें कई बड़े पदों पर काम करने का लंबा अनुभव है. उन्होंने अपने पूरे करियर के दौरान महाराष्ट्र सरकार और राष्ट्रीय स्तर पर अलग-अलग कई अहम पदों पर काम किया है. वो बीएमसी के कमिश्नर के तौर पर भी काम कर चुके हैं. वो कई जिलों के डीएम के पद पर भी काम कर चुके हैं.
महाराष्ट्र में हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव से ठीक पहले चुनाव आयोग ने BMC कमिश्नर इकबाल चहल को हटा दिया था. EC ने अपने आदेश में महाराष्ट्र की शिंदे सरकार को चुनाव संबंधी कामों में जुड़े उन अफसरों को ट्रांसफर करने का निर्देश दिया था, जिन्होंने तीन साल पूरे कर लिए थे या फिर अपने गृह जिले में तैनात थे.
इकबाल चहल करीब 4 साल तक ठाणे के कलेक्टर और 4 साल तक औरंगाबाद के कलेक्टर के पद पर भी काम करने का अनुभव है. वो राज्य उत्पाद शुल्क आयुक्त और म्हाडा के MD रहे हैं. उन्हें उनके अच्छे कामों की वजह से 2021 में न्यूज़मेकर्स अचीवर्स अवार्ड से भी सम्मानित किया गया था. हालांकि उन पर कोविड महामारी के दौरान भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप भी लगे थे.
उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना (यूबीटी) के नेता आनंद दुबे ने महायुति सरकार के इस फैसले पर तंज कसा है. उन्होंने कहा, 'हिंदी में कहावत है कि जब सैंया भये कोतवाल तब डर काहे. अगर सरकार में बैठे लोग आपके शुभचिंतक हो जाएं और आप अधिकारी हैं तो आपकी तो मौज ही मौज है. आज का ही उदाहरण देख लीजिए पूर्व BMC कमिश्नर इकबाल चहल को ACS होम नियुक्त किया गया है.''

