मुंबई में मीठी नदी के विकास पर १६५० करोड़ से अधिक के खर्च की SIT जांच के आदेश 

SIT probe ordered into expenditure of more than Rs 1650 crore on development of Mithi River in Mumbai

मुंबई में मीठी नदी के विकास पर १६५० करोड़ से अधिक के खर्च की SIT जांच के आदेश 

मीठी नदी से कीचड़ निकालने और अन्य कार्यों पर १६५० करोड़ से ज्यादा खर्च किए जा चुके हैं। महाराष्ट्र सरकार ने इस काम की SIT जांच के आदेश दिए गए हैं। वे मीठी नदी के काम के लिए एमएमआरडीए और मनपा से लगातार फॉलो अप कर रहे थे। एमएमआरडीए प्रशासन ने गलगली को सूचित किया था कि मीठी नदी विकास कार्य के तहत एमएमआरडीए द्वारा किए गए विकास कार्यों के लिए केंद्र से मांगी गई राशि ४१७.५१ ​​​​करोड़ रुपए थी, जबकि मनपा द्वारा किए गए विकास कार्यों के लिए मांगी गई राशि १२३९.६० करोड़ रुपए थी।

मुंबई : मुंबई में २६ जुलाई २००५ को मीठी नदी में बाढ़ आ गई थी और केंद्र सरकार ने विकास और सुरक्षा के लिए सहायता की घोषणा की थी। पिछले १९ वर्षों में मीठी नदी के विकास पर १६५० करोड़ से अधिक के खर्च की SIT जांच के आदेश का दिया गया है। इस जांच का स्वागत आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने किया है।

मीठी नदी से कीचड़ निकालने और अन्य कार्यों पर १६५० करोड़ से ज्यादा खर्च किए जा चुके हैं। महाराष्ट्र सरकार ने इस काम की SIT जांच के आदेश दिए गए हैं। वे मीठी नदी के काम के लिए एमएमआरडीए और मनपा से लगातार फॉलो अप कर रहे थे। एमएमआरडीए प्रशासन ने गलगली को सूचित किया था कि मीठी नदी विकास कार्य के तहत एमएमआरडीए द्वारा किए गए विकास कार्यों के लिए केंद्र से मांगी गई राशि ४१७.५१ ​​​​करोड़ रुपए थी, जबकि मनपा द्वारा किए गए विकास कार्यों के लिए मांगी गई राशि १२३९.६० करोड़ रुपए थी।

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२६ जुलाई २००५ को भारी बारिश के कारण मीठी नदी में बाढ़ आ गई थी। तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने मीठी नदी के लिए वित्तीय सहायता की घोषणा की थी। उसके बाद, राज्य सरकार ने मीठी नदी विकास और संरक्षण प्राधिकरण की स्थापना की।

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