कांदिवली स्कूल में चार साल की बच्ची से दुष्कर्म की घटना... टीचर और प्रिसिंपल के खिलाफ भी केस दर्ज
Incident of rape of a four year old girl in Kandivali school... Case registered against teacher and principal also
जोन 12 की डीसीपी स्मिता पाटील ने बताया कि समता नगर पुलिस इस मामले में पीड़ित परिवार के बयान के आधार पर आरोपियों के खिलाफ हर पहलू से जांच कर कार्रवाई करने में जुटी हुई है। लोगों से अपील है कि वे किसी प्रकार की अफवाह अथवा भड़कावे वाली बातों में नहीं आएं। पुलिस वॉचमैन को अरेस्ट भी कर चुकी है।
मुंबई: समता नगर पुलिस ने कांदिवली के एक स्कूल में 4 साल की छात्रा के साथ हुए कथित दुष्कर्म के मामले में स्कूल की प्रिंसिपल और दो टीचरों को भी सह आरोपी बनाया है। इसके साथ ही, इस मामले में अब तक चार लोग आरोपी बनाए जा चुके हैं। इनमें से एक आरोपी, जो स्कूल का वॉचमैन है, उसे शनिवार को ही पुलिस ने अरेस्ट कर लिया था।
जोन 12 की डीसीपी स्मिता पाटील ने बताया कि समता नगर पुलिस इस मामले में पीड़ित परिवार के बयान के आधार पर आरोपियों के खिलाफ हर पहलू से जांच कर कार्रवाई करने में जुटी हुई है। लोगों से अपील है कि वे किसी प्रकार की अफवाह अथवा भड़कावे वाली बातों में नहीं आएं। पुलिस वॉचमैन को अरेस्ट भी कर चुकी है।
सबूत और बयान के आधार पर पुलिस घटना वाले दिन से ही कार्रवाई कर रही है। जैसे-जैसे वॉचमैन के अलावा दूसरे लोगों की भूमिका सामने आ रही हैं, वैसे-वैसे पुलिस अतिरिक्त सेक्शन जोड़ कर आरोपियों को नामजद कर जांच में जुट जाती हैं। पिछले सप्ताह एक व्यक्ति ने स्कूल में काम करने वाले वॉचमैन के खिलाफ कथित तौर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था, जिसके बाद पुलिस वॉचमैन को गिरफ्तार कर ली। पीड़िता एक सरकारी अस्पताल में भर्ती हैं। नाराज लोगों ने अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए दो दिनों से थाने का घेराव किए।
स्थानीय समाजसेवी हरिश्चंद्र यादव ने बताया कि घटना के बाद से ही स्कूल प्रशासन की भूमिका संदिग्ध दिखाई दी। दो टीचरों ने बाथरूम से बच्ची को बेहोशी की हालत में बाहर निकाला और उन्होंने पुलिस या परिवार को सूचित करने व अस्पताल ले जाने की बजाए मामले को दबाने में जुट गई। यादव के अनुसार, टीचरों ने बच्ची को तीन घंटे तक स्कूल में रखा और उसको बहलाने के लिए उसके हाथ पर टैटू व स्टार बनाती रहीं। उसको पेन किलर दिया।
एक अन्य महिला ने उक्त स्कूल के खिलाफ शिकायत की है कि उसकी छोटी बेटी के साथ चार महीने पहले भी इसी प्रकार की घटना सामने आई थी। स्कूल वालों ने डरा-धमकाकर चुप रहने को बोला था। इसलिए वह खामोश रहीं, लेकिन अब वह चुप नहीं बैठने वाली हैं।

