पुणे में 700 से ज्यादा फेल छात्रों को दिए 10वीं, 12वीं के फर्जी प्रमाणपत्र...
Fake certificates of 10th, 12th given to more than 700 failed students in Pune...
महाराष्ट्र में अपराध बढ़ते ही नजर आ रहे है, ऐसे में अब टीईटी घोटाले के बाद अब पुणे में फर्जी शिक्षा प्रमाणपत्र घोटाला सामने आया है। इससे महाराष्ट्र के शिक्षा क्षेत्र में बड़ी हलचल मची हुई है। जी हां फर्जी वेबसाइट बनाकर 700 से ज्यादा लोगों को सर्टिफिकेट दिए जाने की बात सामने आई है। दरअसल नौकरी में भर्ती के लिए 60 हजार रुपए में फर्जी सर्टिफिकेट दिया था। इस बारे में जानकारी सामने आई है कि इसमें 10वीं और 12वीं पास के सर्टिफिकेट शामिल थे।
महाराष्ट्र : महाराष्ट्र में अपराध बढ़ते ही नजर आ रहे है, ऐसे में अब टीईटी घोटाले के बाद अब पुणे में फर्जी शिक्षा प्रमाणपत्र घोटाला सामने आया है। इससे महाराष्ट्र के शिक्षा क्षेत्र में बड़ी हलचल मची हुई है। जी हां फर्जी वेबसाइट बनाकर 700 से ज्यादा लोगों को सर्टिफिकेट दिए जाने की बात सामने आई है। दरअसल नौकरी में भर्ती के लिए 60 हजार रुपए में फर्जी सर्टिफिकेट दिया था। इस बारे में जानकारी सामने आई है कि इसमें 10वीं और 12वीं पास के सर्टिफिकेट शामिल थे। ऐसे में अब इस घटना का पर्दाफाश होते ही इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है और इस रैकेट का मुख्य आरोपी छत्रपति संभाजीनगर का रहने वाला है।
पुणे पुलिस ने फर्जी शैक्षणिक प्रमाणपत्र बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह गैंग 10वीं फ़ैल हुए छात्रों को सर्टिफिकेट बांट रहा था। इसके लिए महाराष्ट्र स्टेट ओपन स्कूल जैसी फर्जी वेबसाइट भी बनाई गई। इसी बीच पुणे पुलिस की क्राइम ब्रांच को सूचना मिली कि 10वीं फेल करने वालों को फर्जी सर्टिफिकेट जारी किए जा रहे हैं। इसके बाद कार्रवाई की गई है। इस मामले में पुलिस ने अब तक कृष्णा सोनाजी गिरी (निवास बिदकीन, छत्रपति संभाजी नगर), अल्ताफ शेख निवासी को गिरफ्तार किया है। परंडा जी (धाराशिव) और सैयद इमरान सैयद इब्राहिम (शेष छत्रपति संभाजीनगर) को गिरफ्तार किया गया है। टीईटी के बाद यह महाराष्ट्र का सबसे बड़ा घोटाला माना जा रहा है।
जैसा कि हमने आपको बताया पुणे पुलिस ने 10वीं के फर्जी सर्टिफिकेट बनाने वाले गिरोह को गिरफ्तार किया है। कृष्णा गिरी इसमें मुख्य आरोपी है। गिरी छत्रपति संभाजीनगर के पैठन तालुका के बिदकीन के कृष्णापुर में रहते हैं। कुछ दिन पहले वह फोटोग्राफर का काम करता था। लेकिन कुछ दिन पहले उन्होंने महाराष्ट्र पब्लिक स्कूल नाम से एक संस्था शुरू की। वह इस संस्थान से फेल होने वाले छात्रों को पास सर्टिफिकेट देता था। इसके लिए उन्होंने बिडकिन से कुछ दूर चितगांव में एक कार्यालय भी शुरू किया था। उन्होंने बच्चों के दाखिले के प्रचार के लिए सोशल मीडिया का भी इस्तेमाल किया। लेकिन अब उसी कृष्णा गिरी को पुणे पुलिस ने हथकड़ियां लगा दी है। इस मामले का एक अन्य आरोपी सैयद इमरान भी छत्रपति संभाजीनगर का रहने वाला है। फ़िलहाल इस घटना से पुरे महाराष्ट्र की शिक्षा व्यवस्था में हड़कंप मचा हुआ है।

