मुंबई में राजनीतिक प्रदूषण भी चरम पर पहुंच गया है - आदित्य ठाकरे
Political pollution has also reached its peak in Mumbai - Aditya Thackeray
आदित्य ठाकरे ने कहा कि शिवसेना एक है, बाकी सब गद्दार हैं। उन्होंने हमारा सब कुछ लूटने की कोशिश की है। पार्टी का नाम, पार्टी चिह्न चुरा लिया गया है। जो सब कुछ चोरी करके भाग जाए, वह चोर ही तो कहलाता है। उन गद्दारों की पहचान इसके अलावा कोई नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि हमारी महाविकास आघाड़ी सरकार ने कोरोना काल में भी दमदार प्रदर्शन किया है। महाराष्ट्र को पहले पांच राज्यों में गिना जाता था। हमारी सरकार के दौरान राज्य ने निवेश, पर्यटन, शहरी विकास जैसे सभी मोर्चों पर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया था।
मुंबई : मुंबई में वायु प्रदूषण बढ़ गया है लेकिन इसके साथ ही मुंबई में राजनीतिक प्रदूषण भी चरम पर पहुंच गया है। यदि आप देश में सकारात्मक बदलाव चाहते हैं, तो आपको एक अलग राजनीतिक दृष्टिकोण अपनाना होगा, ऐसी राय शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता, युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे ने दृढ़ता से व्यक्त की। उन्होंने कहा कि हमें नफरत और कटुता की राजनीति से परे जाना होगा। इसी में देश का उज्ज्वल भविष्य है। आदित्य ठाकरे हैदराबाद में ‘गीतम’ यूनिवर्सिटी के चेंज मेकर्स- कन्वर्सेशन कार्यक्रम में बोल रहे थे।
इस मौके पर आदित्य ठाकरे ने छात्रों से दिल खोलकर बात की। इस मौके पर उन्होंने महाराष्ट्र में राजनीति, लोकतंत्र, अर्थव्यवस्था, पर्यावरण जैसे विभिन्न मुद्दों पर अपने प्रखर मत रखे तथा छात्रों द्वारा पूछे गए सवालों के स्पष्ट जवाब दिए। इस कार्यक्रम में पत्रकार स्मिता शर्मा ने आदित्य ठाकरे का इंटरव्यू लिया। मुंबई की तुलना में हैदराबाद का माहौल कैसा लगा, यह पूछे जाने पर आदित्य ठाकरे ने मुंबई और महाराष्ट्र में बढ़े राजनीतिक प्रदूषण की ओर इशारा किया और गद्दारों की जमकर खिल्ली उड़ाई।
आदित्य ठाकरे ने कहा कि शिवसेना एक है, बाकी सब गद्दार हैं। उन्होंने हमारा सब कुछ लूटने की कोशिश की है। पार्टी का नाम, पार्टी चिह्न चुरा लिया गया है। जो सब कुछ चोरी करके भाग जाए, वह चोर ही तो कहलाता है। उन गद्दारों की पहचान इसके अलावा कोई नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि हमारी महाविकास आघाड़ी सरकार ने कोरोना काल में भी दमदार प्रदर्शन किया है। महाराष्ट्र को पहले पांच राज्यों में गिना जाता था। हमारी सरकार के दौरान राज्य ने निवेश, पर्यटन, शहरी विकास जैसे सभी मोर्चों पर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया था। आज उसी महाराष्ट्र को पिछड़ता देख दुख होता है। महाराष्ट्र में असंवैधानिक सरकार बैठी है। यह सरकार संविधान से हटकर निरंकुश, अपारदर्शी और तानाशाही तरीके से चल रही है।

