मुंबई : 28 सितंबर 2025 को “संत समागम एवं क्षमापना दिवस” का भव्य आयोजन
Mumbai: A grand celebration of “Saints' Congregation and Kshamapana Day” on 28th September 2025
महावीरायतन फ़ाउंडेशन के तत्वावधान में “संत समागम एवं क्षमापना दिवस” का भव्य आयोजन रविवार, 28 सितंबर 2025 को दोपहर 2:30 बजे तेरापंथ भवन, कांदिवली (पूर्व), मुंबई में संपन्न होगा। इस अवसर पर पंजाब के राज्यपाल माननीय श्री गुलाब चंद कटारिया जी मुख्य अतिथि तथा केंद्रीय मंत्री श्री पद यशो नायक जी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। यह महोत्सव सम्पूर्ण मानवता में शांति, करुणा और क्षमा का संदेश जन-जन तक पहुँचाने का पावन प्रयास है। विविध संस्कृतियों, विचारधाराओं और समुदायों को एक सूत्र में बाँधते हुए यह आयोजन आत्मीयता, सद्भाव और अहिंसा के वैश्विक मूल्यों की स्थापना में ऐतिहासिक पहल सिद्ध होगा।
मुंबई : महावीरायतन फ़ाउंडेशन के तत्वावधान में “संत समागम एवं क्षमापना दिवस” का भव्य आयोजन रविवार, 28 सितंबर 2025 को दोपहर 2:30 बजे तेरापंथ भवन, कांदिवली (पूर्व), मुंबई में संपन्न होगा। इस अवसर पर पंजाब के राज्यपाल माननीय श्री गुलाब चंद कटारिया जी मुख्य अतिथि तथा केंद्रीय मंत्री श्री पद यशो नायक जी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। यह महोत्सव सम्पूर्ण मानवता में शांति, करुणा और क्षमा का संदेश जन-जन तक पहुँचाने का पावन प्रयास है। विविध संस्कृतियों, विचारधाराओं और समुदायों को एक सूत्र में बाँधते हुए यह आयोजन आत्मीयता, सद्भाव और अहिंसा के वैश्विक मूल्यों की स्थापना में ऐतिहासिक पहल सिद्ध होगा।
कार्यक्रम में विचारगोष्ठियाँ, सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ और शास्त्रीय संगीत की झलकियाँ शामिल होंगी, जो समारोह की गरिमा को और बढ़ाएँगी। इस अवसर पर महाराष्ट्र सरकार के मंत्री श्री मंगलप्रभात लोढ़ा, सांसद श्री मिलिंद देवड़ा सहित अनेक राजनेता, संत, कलाकार, उद्योगपति और समाजसेवी इस आयोजन की शोभा बढ़ाएँगे।
जैन समाज के चारों संप्रदायों के साधु-संतों का पावन सान्निध्य तथा देश-विदेश से पधारे विशिष्ट महानुभाव इस कार्यक्रम को और अधिक समृद्ध बनाएँगे।
इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाली विभूतियों का सम्मान भी किया जाएगा। श्रद्धेय स्वामी देवेंद्र ब्रह्मचारी जी की परिकल्पना से जन्मा यह आयोजन आध्यात्मिकता और सामाजिक चेतना का अनुपम समन्वय प्रस्तुत करेगा। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण प्रमुख टेलीविज़न चैनलों, न्यूज़ पोर्टलों और समाचार पत्रों के माध्यम से होगा, ताकि क्षमा और करुणा का यह संदेश व्यापक जन-जन तक पहुँच सके।

