मुंबई : बीएमसी चुनाव से पहले सियासी घमासान तेज; यूथ कांग्रेस का अनोखा विरोध; कांग्रेस ने खराब सड़क को लेकर मुख्यमंत्री फडणवीस और महानगरपालिका को घेरा
Mumbai: Political turmoil intensifies ahead of BMC elections; Youth Congress stages unique protest; Congress attacks Chief Minister Fadnavis and the Municipal Corporation over poor road conditions.
महानगरपालिका चुनाव से पहले शहर की सियासी फिजा गर्म होती जा रही है। तमाम राजनीतिक दल जनहित के मुद्दों को लेकर एक-दूसरे पर तीखे हमले कर रहे हैं। इसी बीच मुंबई यूथ कांग्रेस ने एक अनोखे तरीके से राज्य सरकार पर निशाना साधा है।यूथ कांग्रेस के वर्किंग प्रेसिडेंट सुफियान हैदर ने जोगेश्वरी स्थित अजित ग्लास रोड का प्रतीकात्मक नामकरण करते हुए इसे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नाम पर रख दिया। उन्होंने व्यंग्यपूर्वक कहा कि इस सड़क पर जितने गड्ढे हैं, उतनी ही खामियां मौजूदा सरकार की नीतियों में दिखाई देती हैं।
मुंबई : महानगरपालिका चुनाव से पहले शहर की सियासी फिजा गर्म होती जा रही है। तमाम राजनीतिक दल जनहित के मुद्दों को लेकर एक-दूसरे पर तीखे हमले कर रहे हैं। इसी बीच मुंबई यूथ कांग्रेस ने एक अनोखे तरीके से राज्य सरकार पर निशाना साधा है।यूथ कांग्रेस के वर्किंग प्रेसिडेंट सुफियान हैदर ने जोगेश्वरी स्थित अजित ग्लास रोड का प्रतीकात्मक नामकरण करते हुए इसे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नाम पर रख दिया। उन्होंने व्यंग्यपूर्वक कहा कि इस सड़क पर जितने गड्ढे हैं, उतनी ही खामियां मौजूदा सरकार की नीतियों में दिखाई देती हैं।
हैदर ने कहा कि बीते चार वर्षों से बीएमसी चुनाव नहीं कराए गए हैं और सभी प्रशासनिक अधिकार सीधे मुख्यमंत्री के पास हैं, इसके बावजूद मुंबई की सड़कों की हालत बद से बदतर बनी हुई है। उन्होंने बताया कि महानगरपालिका का सालाना बजट करीब 74,000 करोड़ रुपये है, जिसमें सड़कों की मरम्मत के लिए 3,500 करोड़, पुलों के निर्माण के लिए 4,000 करोड़ और प्रत्येक वार्ड में गड्ढे भरने के लिए 50 लाख रुपये आवंटित किए जाते हैं। इतने बड़े बजट के बावजूद मुंबई के नागरिक आज भी गड्ढों से भरी सड़कों पर चलने को मजबूर हैं।
चुनाव पास आते ही नेताओं को विकास की आती है याद
सुफियान हैदर ने सवाल उठाया कि आखिर इतने फंड का सही इस्तेमाल क्यों नहीं हो रहा है? उन्होंने मांग की कि BMC को सड़क निर्माण में स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर लागू करनी चाहिए, ताकि गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके। हैदर ने यह भी तर्क दिया कि यदि चीन और जापान जैसे देशों में, जहां जनसंख्या भी अधिक है, सड़कें अंतरराष्ट्रीय मानकों की हो सकती हैं, तो फिर मुंबई में यह संभव क्यों नहीं है? उन्होंने राज्य सरकार और बीएमसी पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि हर साल खराब सड़कों के कारण हादसे होते हैं और लोगों की जान जाती है। उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव पास आते ही नेताओं को विकास की याद आती है, लेकिन आम जनता को हर बार सिर्फ वादे और गड्ढों से भरी सड़कें ही मिलती हैं।

