विवाद के बाद सूरज चव्हाण की NCP में वापसी, राज्य महासचिव पद की जिम्मेदारी संभाली
After the controversy, Suraj Chavan returns to NCP, takes over the responsibility of the post of state general secretary
लातूर विवाद के एक महीने बाद NCP ने सूरज चव्हाण को राज्य महासचिव पद पर पुनर्नियुक्त किया, जिससे राजनीतिक गलियारों में बहस छिड़ गई।
मुंबई : महाराष्ट्र की राजनीति में चर्चा का विषय बने सूरज चव्हाण को नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) ने एक बार फिर राज्य महासचिव के पद पर नियुक्त किया है। यह फैसला उस घटना के लगभग एक महीने बाद आया है, जब लातूर में हुए विवाद के चलते उन्हें युवा मोर्चा अध्यक्ष पद से हटाया गया था।
विवाद की पृष्ठभूमि
लातूर में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान छावा संगठन के कार्यकर्ता विजयकुमार घाटगे ने कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे के रमी खेलने का विरोध करते हुए NCP नेता सुनील तटकरे की ओर पत्ते फेंके थे। इस घटना के बाद माहौल गरमा गया और सूरज चव्हाण पर घाटगे के साथ मारपीट करने के आरोप लगे। परिणामस्वरूप, उन्हें तुरंत पद से हटाया गया।
वापसी का ऐलान
हाल ही में NCP के प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे और अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में चव्हाण को राज्य महासचिव पद की जिम्मेदारी सौंपी गई। पार्टी का कहना है कि उन्हें पहले उनके आचरण के लिए दंड दिया गया था, लेकिन अब उन्हें सुधार का अवसर दिया जा रहा है।
विपक्ष और सामाजिक संगठनों की आलोचना
इस पुनर्नियुक्ति को लेकर विपक्षी दलों और सामाजिक संगठनों ने नाराजगी जताई है। छावा संगठन ने इसे नैतिकता के खिलाफ बताया, वहीं सामाजिक कार्यकर्ता अंजलि दमाणिया ने सवाल उठाया कि “जिस व्यक्ति पर हिंसा का आरोप है, उसे इतनी जल्दी महत्वपूर्ण पद कैसे दिया जा सकता है?”
NCP (SP) के नेता रोहित पवार ने भी इस कदम को गलत बताते हुए टिप्पणी की, “जब विनाश समीप हो, तो विवेक साथ छोड़ देता है।”

