मुंबई : एनकाउंटर स्पेशलिस्ट दया नायक को रिटायरमेंट से ठीक दो दिन पहले असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस के पद पर प्रमोशन
Mumbai: Encounter specialist Daya Nayak promoted to the post of Assistant Commissioner of Police just two days before his retirement
मुंबई की गलियों में एक नाम सुनते ही गैंगस्टरों की हालत खराब हो जाती थी, वो नाम है- दया नायक. मुंबई पुलिस के इस 'एनकाउंटर स्पेशलिस्ट' की किस्मत चमक गई है. रिटायर होने से दो दिन पहले तक उन्होंने अपने करियर में 87 खूंखार अपराधियों को ढेर किया. 1990 के दशक में उनकी दहशत ऐसी थी कि दाऊद इब्राहिम, अरुण गवली, अमर नाइक और छोटा राजन जैसे गैंगस्टरों के गुर्गों की सांसें थम जाती थीं.
मुंबई: मुंबई की गलियों में एक नाम सुनते ही गैंगस्टरों की हालत खराब हो जाती थी, वो नाम है- दया नायक. मुंबई पुलिस के इस 'एनकाउंटर स्पेशलिस्ट' की किस्मत चमक गई है. रिटायर होने से दो दिन पहले तक उन्होंने अपने करियर में 87 खूंखार अपराधियों को ढेर किया. 1990 के दशक में उनकी दहशत ऐसी थी कि दाऊद इब्राहिम, अरुण गवली, अमर नाइक और छोटा राजन जैसे गैंगस्टरों के गुर्गों की सांसें थम जाती थीं. लेकिन उनके जिंदगी अब, रिटायरमेंट से ठीक दो दिन पहले, 29 जुलाई 2025 को दया नायक की किस्मत चमक गई. आइए जानते हैं उनकी कैसे चमकी किस्मत.
एनकाउंटर स्पेशलिस्ट की रिटायर होने से दो दिन पहले चमकी किस्मत
हिंदुस्तान टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, मुंबई पुलिस के मशहूर "एनकाउंटर स्पेशलिस्ट" दया नायक को रिटायरमेंट से ठीक दो दिन पहले यानी मंगलवार को असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस के पद पर प्रमोशन मिला है. नायक जो मुंबई क्राइम ब्रांच की यूनिट 9 के प्रमुख हैं. 31 जुलाई 2025 को रिटायर होने वाले हैं. उनके साथ-साथ सीनियर इंस्पेक्टर जीवन खरात, दीपक दलवी और पांडुरंग पवार को भी रिटायरमेंट से पहले प्रमोशन दिया गया है.
कौन हैं दया नायक? जिंदगी पर बन चुकी फिल्म
दया नायक 1995 में जुहू पुलिस स्टेशन में एक ऑफिसर के तौर पर पुलिस फोर्स में शामिल हुए थे. 1990 के दशक में उन्होंने कई गैंगस्टरों को एनकाउंटर में ढेर कर अपनी पहचान बनाई. नायक ने करीब 87 अपराधियों को मार गिराया, जिनमें दाऊद इब्राहिम, अरुण गवली, अमर नाइक और छोटा राजन जैसे बड़े गैंगस्टरों के गुर्गे शामिल थे. उनकी जिंदगी इतनी रोमांचक रही कि बॉलीवुड ने भी उनकी कहानी पर "अब तक छप्पन" और "डिपार्टमेंट" जैसी फिल्में बनाईं.
विवादों में भी रहे दया नायक
हालांकि, नायक का करियर हमेशा सुर्खियों में नहीं रहा. 2006 में उन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप भी लगे. पूर्व पत्रकार केतन तिरोडकर ने दावा किया था कि नायक के पास उनकी आय से ज्यादा संपत्ति है. इसके बाद एंटी-करप्शन ब्यूरो ने उन्हें गिरफ्तार किया और सस्पेंड कर दिया गया. लेकिन 2012 में सुप्रीम कोर्ट ने सभी आरोपों को खारिज कर दिया, और नायक फिर से पुलिस फोर्स में वापस आए.
मशहूर केसों में उनकी भूमिका
हाल के सालों में, नायक ने कई बड़े मामलों की जांच में अहम भूमिका निभाई. इनमें सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या, और सैफ अली खान पर हमला जैसे हाई-प्रोफाइल केस शामिल हैं. इसके अलावा, 2021 में हुए अंबानी के घर के पास बम स्केयर और बिजनेसमैन मनसुख हिरेन की हत्या के मामले को सुलझाने में भी उनकी टीम ने बड़ी भूमिका निभाई.

