वसई-विरार की सड़कें गड्डों में तब्दील; अब सड़कों के गड्डों ने बढ़ाई मुसीबत
Vasai-Virar roads have turned into potholes; now potholes have increased the trouble

वसई-विरार की सड़कों पर गड्ढे हैं या गड्ढे में सड़क, इसका अंदाजा लगाना बेहद मुश्किल है। इस क्षेत्र की ज्यादातर सड़कें बड़े-बड़े गड्डों के रूप में तब्दील हो गई हैं, गड्डों के कारण इन सड़कों से गुजरने वाले वाहन चालक रोजाना दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। कुछ रास्तों को मनपा ठेकेदारों द्वारा सिर्फ पत्थरों और मिट्टी से पाटकर छोड़ दिया गया है जो बारिश के पानी के साथ बह जा रही है और मार्ग फिर से अपने पुराने हालात पर पहुंच जा रहे हैं। ठेकेदारों की लापरवाही का खामियाजा उस मार्ग से गुजरने वाले वाहनों को भुगतना पड़ रहा है।
विरार। वसई-विरार की सड़कों पर गड्ढे हैं या गड्ढे में सड़क, इसका अंदाजा लगाना बेहद मुश्किल है। इस क्षेत्र की ज्यादातर सड़कें बड़े-बड़े गड्डों के रूप में तब्दील हो गई हैं, गड्डों के कारण इन सड़कों से गुजरने वाले वाहन चालक रोजाना दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। कुछ रास्तों को मनपा ठेकेदारों द्वारा सिर्फ पत्थरों और मिट्टी से पाटकर छोड़ दिया गया है जो बारिश के पानी के साथ बह जा रही है और मार्ग फिर से अपने पुराने हालात पर पहुंच जा रहे हैं। ठेकेदारों की लापरवाही का खामियाजा उस मार्ग से गुजरने वाले वाहनों को भुगतना पड़ रहा है। सड़कों के गड्डों ने मुसीबत और बढ़ा दी है, क्योंकि दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद लोग अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं, लेकिन इस ओर ना तो मनपा प्रशासन का ध्यान है और ना ही जनप्रतिनिधियों का ऐसी स्थिति में क्षेत्र के लोग भगवान भरोसे जीवन जीने को विवश है। इन रास्तों पर गड्डों की भरमार पेल्हार सोपारा फाटा की ओर जाने वाले तुलिंज टोलनाका, संतोष भुवन, बावसेत पाड़ा, गोवराई पाड़ा, धाणिवबाग, वाकनपाड़ा नेशनल होटल के समीप पूरी तरह खस्ताहाल हैं।
रोजाना इन्हीं रास्तों से गुजरते हैं अधिकारी
स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रतिदिन इस मार्ग से अधिकारियों का आवागमन होता है, लेकिन किसी की नजर इन गड्डों पर नहीं पड़ती, जिसके परिणाम स्वरूप इन रास्तों से गुजरने वाले दर्जनों वाहन चालक प्रतिदिन दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं उधर, मनपा अधिकारियों का कहना है कि बरसात के कारण सड़क पर नए गड्ढे हो जा रहे हैं, जिन्हें भरने का कार्य किया जा रहा है। इसके बावजूद जिन स्थानों की जानकारी मिल रही है वहां कर्मचारियों को भेजकर गड्ढों को भरने का काम हो रहा है। ऐड्वकेट राहुल सिंह ने कहा कि वसई-विरार क्षेत्र में गड्ढे में सड़क या सड़क में गड्ढे, इसको समझ पाना मुश्किल है। गड्डों के कारण दो पहिया वाहनचालकों के साथ दुर्घटनाएं बढ़ गई हैं। बेरोजगारी के चलते लोगों की मुसीबतें पहले से ही बढ़ी, ऐसे में अस्पताल का खर्चा उनके ऊपर दोहरा असर कर रहा है।