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Maharashtra 

यवतमाल : किसान का दावा बड़े विवाद का कारण बन गया; 5 करोड़ का दावा निकला झूठा 

  यवतमाल : किसान का दावा बड़े विवाद का कारण बन गया; 5 करोड़ का दावा निकला झूठा  जिले के पुसद तालुका के खारशी गांव में एक किसान का दावा बड़े विवाद का कारण बन गया। किसान केशव शिंदे ने कहा था कि उसकी ज़मीन पर खड़ा एक पेड़ लाल चंदन का है और उसकी कीमत लगभग पांच करोड़ रुपये है। लेकिन जांच के बाद सामने आया कि यह पेड़ लाल चंदन का नहीं बल्कि टेरोकार्पस मार्सुपियम प्रजाति का है, जिसकी वास्तविक कीमत मात्र 11,000 रुपये आंकी गई। यह मामला तब सामने आया जब वर्धा-यवतमाल-पुसद-नांदेड़ रेलवे परियोजना के लिए केशव शिंदे की ज़मीन अधिग्रहित की गई। 
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वसई-विरार की सड़कें गड्डों में तब्दील; अब सड़कों के गड्डों ने बढ़ाई मुसीबत

वसई-विरार की सड़कें गड्डों में तब्दील; अब सड़कों के गड्डों ने बढ़ाई मुसीबत वसई-विरार की सड़कों पर गड्ढे हैं या गड्ढे में सड़क, इसका अंदाजा लगाना बेहद मुश्किल है। इस क्षेत्र की ज्यादातर सड़कें बड़े-बड़े गड्डों के रूप में तब्दील हो गई हैं, गड्डों के कारण इन सड़कों से गुजरने वाले वाहन चालक रोजाना दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। कुछ रास्तों को मनपा ठेकेदारों द्वारा सिर्फ पत्थरों और मिट्टी से पाटकर छोड़ दिया गया है जो बारिश के पानी के साथ बह जा रही है और मार्ग फिर से अपने पुराने हालात पर पहुंच जा रहे हैं। ठेकेदारों की लापरवाही का खामियाजा उस मार्ग से गुजरने वाले वाहनों को भुगतना पड़ रहा है।
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विरार : झमाझम बारिश से वसई-विरार हुआ जल मग्न... सड़कें बनीं समंदर

विरार : झमाझम बारिश से वसई-विरार हुआ जल मग्न... सड़कें बनीं समंदर विरार में शनिवार से हो रही लगातार बारिश की वजह से क्षेत्र के कई स्थानों पर पानी भर गया। सड़कों के हालात बद से बदतर हो गई, जिसके चलते लोगों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ा।. सड़कों पर पानी भरने की वजह से यातायात व्यवस्था पर विपरीत असर पड़ा। पिछले कई घंटों में वसई तालुका क्षेत्र के सड़के नाले लबा लब हो गई कई घंटों की बारिश ने वसई विरार महापालिका के पोल भी खोल के रखी दी।
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नंदुरबार: दुख के आंसू खुशी में बदल गए; डॉक्टर बन गए देवदूत

नंदुरबार: दुख के आंसू खुशी में बदल गए; डॉक्टर बन गए देवदूत कहा जाता है कि जिस व्यक्ति के जीवन की डोर मजबूत होती है, उसे किसी भी तरह से बचाया जा सकता है। महाराष्ट्र के नंदुरबार जिले के धडगांव तालुका के सूर्यपुर में एक ऐसी ही घटना घटी है। तालुका के तेलखेड़ी की रहने वाली एक महिला अपने दो महीने के बच्चे के साथ होली मनाने सूर्यपुर आई थी। तभी दो महीने का बच्चा उल्टी और अत्यधिक रोने के कारण बेहोश हो गया।
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